दिल्ली विश्वविद्यालय के शोधार्थी कर रहे हैं हिमाचल का चुनाव पूर्व सर्वेक्षण
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के *वैश्विक अध्ययन केंद्र* ने 31 अक्टूबर 2022 को अपने सभी छात्रो, अध्यापकों व शोधार्थियों के साथ चुनाव कार्यशाला का आयोजन कर *सी जी एस समीक्षाः हिमाचल प्रदेश विधान सभा* की शुरुआत कर दी है। समीक्षा श्रृंखला के तहत, केंद्र ने पहले भी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल व असम विधानसभा और दिल्ली नगर निगम चुनावों में सभी जिलों, निर्वाचन क्षेत्रों और वार्डों को कवर करते हुए काफी सफल सर्वेक्षण किए हैं। केंद्र के निदेशक *प्रो. सुनील के चौधरी* का कहना है कि यह पहली बार है जब डीयू के छात्र किसी पहाड़ी क्षेत्र के विधानसभा चुनाव का सर्वेक्षण करेंगे। इससे पहले केंद्र ने 6 चुनाव सर्वेक्षण कराए हैं जिनमे से 2017 में केंद्र ने 83 हजार सैंपल लेकर उत्तर प्रदेश का सर्वे किया था। यह केंद्र का सातवाँ सर्वेक्षण है, जो ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों प्रकार से कराया जाएगा। इस परियोजना को अधिक समावेशी और समग्र अभ्यास बनाने के लिए डीयू के विभिन्न कॉलेज व अन्य विश्वविद्यालयों के लगभग 200 छात्रों को जोड़ा जाएगा, जिनमे एम ए, एमफ़िल व पीएचडी के शोधार्थी भी सम्मिलित होंगे जिनकी एक टीम 4 नवंबर 2022 को हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में जा रही है।
केंद्र के द्वारा हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का सर्वेक्षण 12 जिलों व 68 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान के अनुरूप किया जाएगा। सर्वेक्षण 4 नवंबर, 2022 से शुरू होकर 10 नवंबर तक चलेगा।
वस्तुनिष्ठ एवं वैज्ञानिक तरीके से अब तक किए सर्वेक्षण शोधकर्ताओं द्वारा एक स्वतंत्र और स्वायत्त सर्वेक्षण रहे हैं जिसका एक आधार समग्रता भी रहा। जो ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से आयोजित किया गया था।
इसी के साथ केंद्र द्वारा गुजरात व दिल्ली नगर निगम चुनावों का भी सर्वेक्षण किया जायेगा। जिसकी जानकारी बहुत जल्द सार्वजनिक की जाएगी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव सर्वेक्षण एक सावधानीपूर्वक नियोजित और उद्देश्यपूर्ण अभ्यास है जो युवा शोधकर्ताओं के सेफोलॉजिकल अभिविन्यास को नई ऊँचाइयाँ देगा।
(रिपोर्ट-चंद्रकांत सी पूजारी)
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