दिल्ली में छाया घना कोहरा, इस मौसम में पहली बार तापमान गिरकर 4.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा
दिल्ली में बुधवार को सुबह इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और राष्ट्रीय राजधानी धर्मशाला, नैनीताल और देहरादून से भी ज्यादा ठंडी हो गई।
नयी दिल्ली, 4 जनवरी 2023, (आरएनआई)। दिल्ली में बुधवार को सुबह इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और राष्ट्रीय राजधानी धर्मशाला, नैनीताल और देहरादून से भी ज्यादा ठंडी हो गई।
अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि घने कोहरे के कारण दृश्यता 200 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल परिवहन प्रभावित हुआ है।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया, ”कोहरे के कारण दिल्ली आने वाली कम से कम 19 ट्रेन डेढ़ घंटे से साढ़े चार घंटे तक देरी से चल रही हैं।”
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उपग्रह के जरिये ली गई तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें भारत में गंगा के मैदानी क्षेत्रों व उससे लगते मध्य तथा पूर्वी भाग में कोहरे की मोटी परत दिख रही है।
आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ”भारत के उत्तरी व मध्य भागों में कोहरा छाया हुआ है, जिससे विभिन्न स्थानों पर ‘शीत’ से ‘बहुत शीत’ दिन रहा। हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के दूरस्थ स्थानों पर शीत लहर दर्ज की गई।”
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थित पालम वेधशाला ने बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता 200 मीटर दर्ज की।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच रहने पर ‘बेहद घना कोहरा’, 51 मीटर से 200 मीटर के बीच ‘घना कोहरा’, 201 मीटर से 500 मीटर के बीच ‘मध्यम कोहरा’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच रहने पर ‘हल्का कोहरा’ माना जाता है।
दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, बर्फ से लदे हिमालय से शुरू होकर मैदानों से होते हुए आती सर्द हवाओं के कारण बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन अंक नीचे 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो एक दिन पहले 8.5 डिग्री सेल्सियस था।
आईएमडी ने संभावना जताई कि राष्ट्रीय राजधानी में अगले तीन दिन तक शीत लहर चलेगी और तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
शीत लहर के कारण पॉवर ग्रिड पर दबाव बढ़ सकता है और निराश्रित लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।
दिल्ली में मंगलवार को लोधी रोड, पालम, जफरपुर और मयूर विहार समेत कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच अंकों की गिरावट के साथ ‘शीत दिवस’ दर्ज किया गया।
आईएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर शीत लहर की घोषणा की जाती है। शीतलहर की घोषणा तब भी की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो।
न्यूनतम तापमान के दो डिग्री सेल्सियस रहने या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से कम रहने पर ‘भीषण’ शीतलहर की घोषणा की जाती है।
एक ‘शीत दिवस’ तब होता है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है। एक ‘गंभीर ठंडा दिन’ तब होता है, जब अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम होता है।
आईएमडी ने उत्तर-पश्चिमी भारत में अगले चार-पांच दिन तक घना से बहुत घना कोहरा छाने और सर्द दिन होने की संभावना जताई है। इसके अनुसार, उत्तर-पश्चिमी भारत में अगले दो दिन तक शीत लहर जारी रह सकती है और उसके बाद यह कम हो सकती है।
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