दिल्ली निगम चुनाव : बड़े पैमाने पर नेताओं के दल बदल के संकेत
नयी दिल्ली, 8 नवम्बर 2022, (आरएनआई)। दिल्ली नगर निगम चुनाव के किये नामांकन प्रक्रिया कल से शुरू होने के साथ ही बड़े पैमाने पर नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के दल बदल के संकेत मिल रहे हैं।
नामांकन के पहले दिन कल एक प्रत्याशी ने ग्रीन पार्क से निर्दलीय अपना नामाकंन पत्र दाखिला किया। कुल 68 स्थानों पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गयी है, जहां सुरक्षा के खास प्रबंद्ध किये गए हैं।
उधर भाजपा प्रदेश कार्यालय, आप मुख्यालय एवं प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में टिकटार्थियों का आज भी आना जाना लगा रहा। भाजपा के कई पार्षद पुनः टिकट को लेकर बेचैन दिखे। इस बेचैनी के संबंध में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि महोदया पार्षद बनने के बाद न सिर्फ क्षेत्र की जनता से दूर रहीं, बल्कि पार्टी कार्यक्रमों में भी कभी कभार दिखाई देती थीं। अब उन्हें पुनः टिकट चाहिए।
कई पार्टी नेताओं एवं टिकट की आस लगाए बैठे लोगों ने कहा कि इस बार अगर टिकट नहीं मिलता है तो वह पार्टी छोड़ अन्य दल से चुनाव लड़ेंगे। उनका यह भी कहना था कि पूरी जिंदगी पार्टी की सेवा की लेकिन टिकट के समय धनवान बाजी मार लेते हैं।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने राजधानी के नोएडा से सटे वार्ड 190 न्यू अशोक नगर की एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप में वहां की पार्षद को बर्खास्त किया गया था, इस बार अब उनके पति दावेदार हैं। इसी तरह पार्टी की एक पूर्व पार्षद बागी बन चुनाव लड़ी और हार गयी, लेकिन इस बार उनके पति दावेदार हैं। आखिर दूसरों का क्या होगा? उन्होंने कहा कि यही हाल रहा तो लोग वहां बगावत कर देंगे।
आप में भी यही हालत है। कल पार्टी की बैठक चल रही थी, उधर दक्षिणी निगम में प्रतिपक्ष के नेता रहे प्रेम सिंह चौहान के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ता खुला प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन से कार्यालय का माहौल अस्त व्यस्त हो गया।किसी तरह स्थिति को संभाला गया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर ऐसे लोगों को फिर से टिकट दिया गया तो भगदड़ मचना स्वभाविक है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को इसे गंभीरता से देखना होगा।
कांग्रेस में वैसे मारामारी नहीं है। मगर आशंका यह जताई जा रही है कि अंतिम समय में भाजपा एवं आप बेरुखी होकर बड़े पैमाने पर लोगों के आने से स्थिति बदल सकती है।
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