दिग्विजय के भाई लक्ष्मण की घेराबंदी करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री तोमर,
लेकिन कांग्रेसियो ने खड़ा किया बड़ा तमाशा,पुलिस ने किया नजरबंद।
गुना-चाचौड़ा। (आर एन आई) केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर रविवार को चाचोड़ा-बीनागंज क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे, उनके पहुंचने के पूर्व कांग्रेसियो ने उनको काले झंडे दिखानी की तैयारियों की भनक पुलिस को लगने के चलते उन्हें पहिले ही घरों में नजर बंद कर दिया गया।
वतादे कि नरेंद्र सिंह तोमर को बीजेपी ने चाचौड़ा विधानसभा के लिए चुनाव प्रभारी बनाया है, वही इस विधानसभा से कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह विधायक हैं।
बीजेपी अब इस सीट को आगामी विधानसभा में जीतना चाहती है, इसलिए अपने सबसे बड़े नेता नरेंद्र सिंह तोमर को यहां का प्रभारी बनाकर सीट निकालने की जिम्मेदारी के तहत यहां भेजा है।
लेकिन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के रविवार को इस इलाके में पहुंचे तो यहां कांग्रेसियों ने बड़ा तमाशा खड़ा करने की तैयारी थी,जो समय रहते विफल की गई।
दरअसल केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के दौरे से पहले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाने और विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी कर ली थी लेकिन पुलिस को समय पर इसकी भनक लग गई तो नरेंद्र सिंह तोमर के चाचौड़ा आने से पहले ही पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को घर में नजरबंद कर दिया।
विधानसभा अध्यक्ष रोहित मीना व युवक कांग्रेस प्रदेश सचिव सौरभ यादव को चाचौड़ा थाने में नजरबंद किया गया।
दरअसल युवक कांग्रेस प्रदेश सचिव सौरभ यादव एवं विधानसभा अध्यक्ष रोहित मीना की ओर से विगत दिवस चेतावनी दी गयी थी कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों के ऊपर अत्याचार हो रहा है।
प्रदेश में महिला सुरक्षित नहीं हैं, युवा दर-दर बेरोजगार भटक रहे हैं, कांग्रेसियों ने बीजेपी सरकार से सवाल किया है कि आखिरकार सरकार क्या कर रही है ? रोहित मीना ने बताया की आज काला कृषि कानून लागू करने वाले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चाचोड़ा आए और ये ही वे मंत्री हैं। जिनके कारण ही किसान आंदोलन में कई किसानों की मौत हो गई थी।
नरेंद्र तोमर को काले झंडे दिखाने के बाद ज्ञापन देने की थी तैयारी
युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव सौरभ यादव कहना था कि हमारे द्वारा केंदीय मंत्री तोमर से मिलकर उनको ज्ञापन देकर प्रदेश में आदिवासी, महिला एवं युवाओं पर हो रहे अत्याचार एवं पटवारी परीक्षा घोटाले की सीबीआई जांच की माँग को लेकर मुलाकात करने की तैयारी थी,लेकिन पुलिस ने हमें नजरबंद कर दिया। हम इन सभी परेशानियों को लेकर उनको ज्ञापन देने वाले थे और उनको काले झंडे भी दिखाते।
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