'दक्षिण कोरिया को संविधान में दुश्मन नंबर एक के तौर पर दर्ज किया जाए' : किम जोंग उन
सोमवार को प्योंगयांग में आयोजित 14वीं सुप्रीम पीपुल्स असेंबली (एसपीए) के 10वें सत्र के दौरान यह फैसला लिया गया। पिछले हफ्ते, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने दक्षिण कोरिया को प्योंगयांग का प्रमुख दुश्मन बताया था।
सियोल (आरएनआई) उत्तर कोरिया एक बार फिर जहर उगलने का काम कर रहा है। उसने एक प्रमुख संसदीय बैठक में दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों को बनाए रखने वाली एजेंसियों को समाप्त करने का फैसला लिया है। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन का कहना है कि दक्षिण कोरिया को संविधान में दुश्मन नंबर एक के तौर पर दर्ज किया जाना चाहिए।
1. फादरलैंड के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन के लिए राष्ट्रीय समिति
2. राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के प्रभारी वाली एक एजेंसी
3. माउंट कुमगांग यात्रा परियोजना को संभालने वाली एक एजेंसी।
उत्तरी कोरिया उन एजेंसियों को खत्म कर देगा जो केवल अंतर-कोरियाई संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अस्तित्व में हैं। उत्तर कोरियाई कैबिनेट और संबंधित संगठन सुप्रीम पीपुल्स असेंबली (एसपीए) के फैसले को लागू करने के लिए व्यावहारिक कदम उठाएंगे।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने दक्षिण कोरिया को प्योंगयांग का प्रमुख दुश्मन कहा था। साथ ही कहा कि उनका युद्ध से बचने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने दक्षिण कोरिया को धमकी दी कि अगर उसने उत्तर कोरिया के खिलाफ बल प्रयोग करने की कोशिश की तो उसका सफाया कर दिया जाएगा। उन ने यह बात युद्ध सामग्री कारखाने का निरीक्षण करने के दौरान कही थी।
31 दिसंबर को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने अपनी सेना को आदेश दिया था कि अगर उकसावे की कार्रवाई होती है तो वह अमेरिका और दक्षिण कोरिया का पूरी तरह से सफाया कर दे।
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