तीसरे दौर की वार्ता बेनतीजा, रविवार को अगली बैठक, MSP पर अड़े किसान
किसान संगठनों ने हरियाणा सरकार की ओर से की गई बैरिकेडिंग और किसानों पर बल प्रयोग का विरोध भी इस बैठक में जताया। किसानों ने दिल्ली का रास्ता खोलने की मांग भी की। इससे पहले भी 8 और 12 फरवरी को वार्ता हो चुकी है।
हरियाणा (आरएनआई) चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच चल रही तीसरे दौर की बैठक गुरुवार-शुक्रवार रात करीब 1:30 बजे तक चली। तीसरे दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। इसमें भी कोई समाधान नहीं निकल पाया।
इस बैठक के शुरू होते ही किसानों ने हरियाणा सरकार और पुलिस की ओर से किए गए बल प्रयोग पर कड़ी आपत्ति जताई। इस पर केंद्रीय मंत्री उन्हें समझाते नजर आए। इसके बाद एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों पर चर्चा शुरू हुई। केंद्रीय मंत्री लखीमपुर खीरी कांड समेत अन्य मांगों पर किसानों के साथ सहमत दिखे, लेकिन एमएसपी की कानूनी गारंटी पर कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया।
बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने तत्काल एमएसपी की कानूनी गारंटी लागू करने पर आने वालीं दिक्कतों के बारे में बताया, लेकिन इससे पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। रात डेढ़ बजे के करीब बैठक खत्म हुई। किसानों की केंद्रीय मंत्रियों के साथ तीसरी बैठक बेनतीजा रही। इसमें बल प्रयोग पर किसानों ने विरोध जताया। वहीं किसान एमएसपी पर अड़े हुए हैं। अगली वार्ता रविवार को शाम 6 बजे होगी। किसान अगली बातचीत जल्दी चाह रहे थे।
किसान यूनियनों के साथ बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का कहना है, "आज सरकार और किसान यूनियनों के बीच बहुत सकारात्मक चर्चा हुई. किसान यूनियन द्वारा उठाए गए विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए हमने फैसला किया है कि अगली बैठक रविवार शाम 6 बजे होगी। हम सभी शांतिपूर्वक समाधान निकालेंगे।
किसान यूनियनों के साथ बैठक खत्म होने के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि किसान यूनियन और केंद्र सरकार के बीच लंबी बातचीत हुई। हर विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। सकारात्मक चर्चा हुई है। सीमावर्ती इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इससे परीक्षा के दौरान छात्रों को परेशानी हो रही है। अगली बैठक रविवार को होगी। कई विषयों पर सहमति बनी है मगर कानून व्यवस्था और पंजाब के लोगों की समस्याएं चिंता का विषय हैं। हमें ईंधन या दूध या बाहर से आने वाली किसी भी चीज की कमी नहीं होनी चाहिए। इसी के साथ पंजाब ने केंद्र से हरियाणा सरकार को सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने का निर्देश देने का आग्रह किया है।
केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच बैठक खत्म होने के बाद किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि विरोध शांतिपूर्वक जारी रहेगा। हम और कुछ नहीं करेंगे। हम किसानों से भी अपील करेंगे कि हम दिल्ली की तरफ बढ़ते जाएं और बैठकें चलती रहें, दोनों काम एक साथ नहीं हो सकते। सरकार ने बैठक बुलाई है, हम तब तक इंतजार करेंगे। रविवार को अगर हमें कोई सकारात्मक नतीजा नहीं मिलता तो हम विरोध जारी रखेंगे। कुछ किसान नेता उन पर की गई हिंसक कार्रवाई या बल प्रयोग को गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि हम पाकिस्तान से थोड़े ही हैं।
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