हाथरस , तहसील समाधान दिवस के तत्पश्चात जिलाधिकारी अर्चना वर्मा ने पराग डेयरी में संचालित अस्थाई गौशाला का औचक निरीक्षण कर उपस्थिति पंजिका स्टॉक पंजिका का अवलोकन कर संरक्षित गौवंश हेतु पर्याप्त मात्रा में हरा चारा पीने का पानी आदि व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अस्थाई गौशाला में संरक्षित गौवंश के लिए पीने के पानी, टीनशेड, खाने के लिए हरा चारा एवं भूसे आदि की व्यवस्था के बारे में जानकारी की तथा केयर टेकर उपस्थिति पंजिका, स्टॉक पंजिका, उपस्थिति पंजिका, पशु चिकित्सक विजिट पंजिका आदि का अवलोकन किया। उन्होने गौशाला में संरक्षित नर, मादा, बीमार गौवंश एवं नवजात बछड़ों को अलग-अलग बाड़े में संरक्षित करने के साथ ही गौवंश के प्रसव के उपरांत उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने निर्देश दिए। उन्होंने गौशाला में संरक्षित पशुओं की निगरानी हेतु अधिक से अधिका सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को संबंधित खण्ड विकास अधिकारियों एवं पशु चिकित्सकों के माध्यम से खुले में घूम रहे जानवरों को पकड़वा कर जनपद में संचालित स्थाई अस्थाई गौशालाओं में संरक्षित कराने तथा संरक्षित पशुओं का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण टीकाकरण एवं शत प्रतिशत ईयर टैगिंग कराने के निर्देश दिए।
गौ-शाला में संरक्षित किये गये गौ-वंश हेतु की गई व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी करने पर खण्ड विकास अधिकारी ने अवगत कराया कि पराग डेयरी स्थित गौशाला में लगभग 1536 निराश्रित गौवंश मौजूद हैं। जिसमें से 881 नर तथा 655 मादा गौवंश हैं। जिनकी देखरेख हेतु 23 केयर टेकर तथा ग्राम पंचायतों से समय समय पर आवश्यकतानुसार सफाई कर्मचारी लगाए जाते हैं। मुख्य गेट पर पी0आर0डी0 जवान तैनात किये गये हैं। 06 टीन शेड, चारा खाने हेतु 22 चरही, 04 पानी पीने के हॉज, 04 समरसेबिल संचालित हैं।
इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी आदि उपस्थित रहे।