डिजिटल हाउस अरेस्ट कर बुजुर्ग महिला से 51 लाख ठगने वाला मास्टरमाइंड अरेस्ट, MCA, MTech है आरोपी, UAE में खोली कंपनी, बहुत बड़ा है नेटवर्क

Apr 2, 2024 - 20:57
Apr 2, 2024 - 20:57
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डिजिटल हाउस अरेस्ट कर बुजुर्ग महिला से 51 लाख ठगने वाला मास्टरमाइंड अरेस्ट, MCA, MTech है आरोपी, UAE में खोली कंपनी, बहुत बड़ा है नेटवर्क

ग्वालियर (आरएनआई) साइबर क्राइम के आरोपियों को ट्रेस कर गिरफ्तार करने में माहिर ग्वालियर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो साइबर फ्रॉड कर पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लेते थे और गायब हो जाते थे, अब ऐसे शातिर आरोपियों ने डिजिटल हाउस अरेस्ट कर ठगी करने की नई टेक्नीक शुरू की जिसका शिकार पिछले दिनों एक रिटायर्ड बुजुर्ग महिला को बनाया, आरोपियों ने  महिला को इतना डर दिखाया, धमकाया कि उसने बदमाशों की बात मानते हुए अपनी बैंक एफडी तुड़वाकर उन्हें 51 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए, शिकायत के बाद पुलिस ने जब इसकी परते खोलनी शुरू की तो जम्मू कश्मीर में संचालित एकाउंट में सबसे पहले पैसा ट्रांसफर होना शो हुआ फिर इसके तार UAE तक पहुंच गए, बड़ी बात ये रही कि पुलिस को पता चला कि दुबई में कंपनी संचालित करने वाला भिलाई में बैठा है फिर पुलिस ने उसे उसके घर जाकर दबोच लिया, उसके पास से बड़ी मात्रा में ATM कार्ड, आधार कार्ड, चैक बुक्स, पास बुक्स मिली हैं।

एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने मीडिया को जानकारी दी कि आशा भटनागर ने उनके साथ हुए 51 लाख के साइबर फ्रॉड की  शिकायत पुलिस में की थी, उन्होंने बताया कि उसके पास किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया और बोला कि आपके डाँक्यूमेन्ट पर एक सिम इश्यू हुई है, जिसमें आपका आधारकार्ड लगा हुआ है और इस सिम से कई बच्चियों को अश्लील मैसेज भेजे गये हैं। आपके विरुध्द 24 एफआईआर मुंबई  क्राइम ब्रांच पुलिस ने दर्ज की है। यदि आपने ऐसा कोई अपराध नहीं किया है तो आपको अपनी ऑनलाइन एफआईआर करनी होगी।

आशा भटनागर ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने पूरी प्रक्रिया बताते हुए मुझसे स्काईप एप्पलीकेशन डाउनलोड करने को कहा और मजिस्ट्रेट के समक्ष ऑनलाइन लीगल स्टेटमेन्ट दिये जाने की कहकर स्काईप से वीडियो काँल कनेक्ट होते ही मनी लान्ड्रिंग के केस की भी बात कही। उसके द्वारा मेरे सभी खातों की जानकारी लेते हुए इनकी जाँच सीबीआई, ईडी आदि से जाँच कराये जाने की बात कही और यह भी कहा कि आपके खातों की रकम यदि सही पायी गई तो 24 घण्टे के अन्दर आपके अकाउन्ट में पैसे रिफण्ड कर दिये जायेगें।

लगभग धमकी देते हुए कहा कि आपको इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताना है और जब तक प्रक्रिया पूर्ण नही हो जाती कोई कॉल नहीं करना है। वीडियो कॉल पर मुझे डराने के लिए एक पुलिस जैसा दिखने वाला व्यक्ति दिखाया गया जिसके द्वारा कहा गया था कि इनको जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। उन्होंने मेरे दामाद को पुणे से उठाने की धमकी दी तो मैं उनकी बातो में आकर डर गई और मैंने अपने दोनों एफडी तुड़वाकर उनके द्वारा बताये गये अकाउन्ट में 51 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिये।

शिकायत मिलने के बाद क्राइम ब्रांच थाने में शिकायत दर्ज की गई और तकनीकी आधार पर साइबर एक्सपर्ट की टीम बनाकर इन्वेस्टिगेशन शुरू किया गया। इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि जिन नम्बरों से फरियादिया के पास कॉल किये गये वे नम्बर एप के माध्यम से प्रदर्शित कराये गये है,  जिन खातों में रुपये ट्रॉसफर किये गये थे वह खाते जम्मू कश्मीर व गुजरात के थे। इन दोनों खातों से रुपये अलग-अलग कई खातों में स्थानांतरित हुए तथा उन खातों से कुछ राशि संयुक्त अरब अमीरात के एक खाते में स्थानांतरित हुई। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य यूएई से जुटाए। साक्ष्यों के आधार पर मालूम चला कि यूएई के जिस बैंक खाते में पैसे स्थानांतरित हुये थे, वह व्यक्ति भारतीय है और भिलाई छत्तीसगढ का रहने वाला है एवं उक्त व्यक्ति द्वारा यूएई में कम्पनी खोली गई है।

मास्टर माइंड  का पता चलने के बाद ग्वालियर पुलिस की सायबर क्राइम टीम को भिलाई भेजा गया और आरोपी कुणाल जायसवाल को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया, जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया गया कि वे एमसीए किया हुआ है व मास्टर्स इन आईटी यानि आईटी ब्रांच से एम टेक है।  पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपी अपने यहाँ कार्य करने वाले लोगों के खाते खुलवाकर उन खातों को स्वयं संचालित करता था एवं उन खातों में सायबर ठगी की राशि लेकर आगे यूएई के खाते में स्थानातरित करता था। पुलिस को आरोपी से कई व्यक्तियों के आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, मोबाइल फोन, लेपटॉप, आईपेड व अन्य दस्तावेज बरामद मिले हैं। आरोपी के अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।

एसपी ने बताया कि कुछ खातों की जानकारी लगी है जहाँ पैसा ट्रांसफर हुआ है उन खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया चल रही है उम्मीद है उनमें जमा पैसा इसी ठगी का हो, हमारा उद्द्देश्य ये पता लगाना है कि आरोपियों ने उस पैसे का क्या किया, और फिर जल्दी से जल्दी पैसे को रिकवर करना है।

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