टीम इंडिया के विजय जुलूस के दौरान कई फैंस की तबीयत बिगड़ी, किसी को लगी चोट तो कोई बेहोश होकर गिरा
वानखेड़े स्टेडियम में जाने से पहले चार जुलाई को हुई विजय यात्रा में लाखों की संख्या में फैंस चैंपियंस का स्वागत करने पहुंचे। हालांकि, इस दौरान कुप्रबंधन की शिकायतें मिली हैं।
मुंबई (आरएनआई) टी20 विश्व कप 2024 जीतने के बाद टीम इंडिया वापस देश लौट आई है। हर कोई उनका स्वागत करने को बेताब था। ऐसे में सभी भारतीय खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के स्वागत के लिए मुंबई के मरीन ड्राइव पर विक्ट्री परेड का आयोजन हुआ। इस दौरान लाखों की संख्या में क्रिकेट फैंस का हुजूम उमड़ा। खिलाड़ियों ने खुली बस में इस सफर का जमकर आनंद लिया। हालांकि, यह विक्ट्री परेड कुछ फैंस के लिए मुसीबत भी बन गई। भीड़ के कारण कुछ क्रिकेट फैंस घायल हो गए तो कुछ को सांस लेने में दिक्कत आई।
टीम इंडिया का दिल्ली से लेकर मुंबई तक फैंस ने पूरी मोहब्बत के साथ उनका स्वागत किया। वानखेड़े स्टेडियम में जाने से पहले चार जुलाई को हुई विजय यात्रा में लाखों की संख्या में फैंस चैंपियंस का स्वागत करने पहुंचे। फैंस का ऐसा जज्बा देख वर्ल्ड चैंपियंस ने सभी का धन्यवाद किया।
इस यात्रा के बाद सड़क पर चप्पलें बिखरी हुई थीं और मरीन ड्राइव के आसपास खड़ीं कारों की छतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं, जिससे भीड़ की तस्वीर उभर कर सामने आई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रशंसक कारों की छतों पर चढ़ गए थे और खुशी में नाचने लगे थे, जिससे कारों को नुकसान पहुंचा।
फैंस की भारी भीड़ के बीच एक युवती बेहोश हो गई, जिसे एक पुलिसकर्मी ने कड़ी मशक्कत के बाद बचाया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भीड़ में कई लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आई है।
वीडियो और तस्वीरों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह की स्थिती रही होगी। वहीं, विक्ट्री परेड के दौरान कुप्रबंधन की शिकायतें भी मिली हैं। विक्ट्री परेड को देखने गए ऋषभ महेश यादव ने कहा कि वह भीड़ के धक्का लगने से फिसल गए थे और बाद में सांस लेने में दिक्कत हुई और बेहोश हो गए।
उन्होंने बताया, 'भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। मैं गिर गया और दम घुटने लगा। बाद में मैं बेहोश हो गया और मुझे पास के अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल मैं अब ठीक महसूस कर रहा हूं। भीड़ जरूरत से ज्यादा थी। कुप्रबंधन था। पुलिस भी सतर्क नहीं थी।
ऑफिस से लौट रहे रवि सोलंकी ने भी इसी तरह का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'भीड़ बढ़ती जा रही थी। पुलिस स्थिती को नहीं संभाल पा रही थी। कुछ लोगों के एक दूसरे के ऊपर बेहोश होकर गिरने के बाद लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। स्थिती को बिल्कुल सही से नियंत्रित नहीं किया गया था। व्यवस्था संभालने वाला कोई नहीं था। यह पूरी घटना रात सवा आठ बजे से पौने नौ बजे के बीच में हुई थी।
विक्ट्री परेड के कारण दक्षिण मुंबई में भारी ट्रैफिक जाम लग गया और पुलिस ने मरीन ड्राइव की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही रोक दी, जिससे वैकल्पिक मार्गों पर अफरातफरी मच गई। वहीं, वानखेड़े स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था, जहां बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों ने खिलाड़ियों को 125 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया।
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