झारखंड: जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय की रेड
ईडी ने झारखंड की राजधानी रांची में छापेमारी कर एक करोड़ रुपये नकद और 100 गोलियां जब्त की। यह छापेमारी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अन्य के खिलाफ कथित जमीन घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत की गई। शुक्रवार की शाम को कमलेश सिंह नामक एक व्यक्ति के परिसर में ईडी ने छापा मारा। संघीय एजेंसी ने भारी मात्रा में गोला-बारूद जब्त किया है। इस संबंध में शस्त्र अधिनियम के तहत पुलिस केस दर्ज किया गया है।
रांची (आरएनआई) जमीन घोटाला मामले में अबतक झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, आईएएस अधिकारी और रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, भानु प्रताप प्रसाद समेत 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि हेमंत सोरेन ने जमीन हड़पने के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है।
रांची में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त मामले का खुलासा करने के क्रम में ईडी ने रांची के बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार किया था। भानु प्रताप प्रसाद के आवास से भारी मात्रा में सरकारी दस्तावेज मिले थे। इसके साथ ही उसके मोबाइल से भी कई संदिग्ध दस्तावेज मिले थे। दस्तावेजों की छानबीन और उनसे जुड़े तथ्यों के सत्यापन को लेकर ईडी मुख्यमंत्री से पूछताछ कर रही है।
जमीन की कीमत 266 करोड़ रुपये है, जिसमें रांची के बार्गेन इलाके में स्थित 8.86 एकड़ का एक प्लॉट भी शामिल है। आरोप है कि इस प्लॉट को अवैध तरीके से हेमंत सोरेन पर कब्जा लिया था। ईडी ने इस मामले में कई संपत्ति अटैच की हैं और चार चार्जशीट दाखिल की हैं। ईडी ने बुधवार को ही झारखंड हाईकोर्ट को बताया कि बार्गेन इलाके में जमीन अवैध रूप से अधिग्रहित करने में हेमंत सोरेन की अहम भूमिका थी। वहीं हेमंत सोरेन ने आरोपों को खारिज करते हुए अंतरिम जमानत देने की मांग की और दावा किया कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है।
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