'जैसे भरत ने राम की पादुकाएं रखीं...', आतिशी ने सीएम का पदभार संभाला; केजरीवाल के लिए खाली कुर्सी रखी
दिल्ली की नई सीएम आतिशी ने सोमवार से मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला। सीएम आतिशी ने कहा, 'आज मेरे मन में भी वही व्यथा है, जैसे भगवान राम जी के वनवास जाने पर भरत जी के मन में थी। उन्होंने भगवान राम की खड़ाऊं रखकर शासन चलाया था।
नई दिल्ली (आरएनआई) दिल्ली की नई सीएम आतिशी ने सोमवार से मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला। इस दौरान उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के लिए कुर्सी खाली है और उनका इंतजार रहेगा। सीएम आतिशी ने कहा, 'आज मेरे मन में भी वही व्यथा है, जैसे भगवान राम जी के वनवास जाने पर भरत जी के मन में थी। उन्होंने भगवान राम की खड़ाऊं रखकर शासन चलाया था। भगवान राम हम सभी के आदर्श हैं और केजरीवाल जी ने उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए दिल्लीवालों की सेवा की और मर्यादा का पालन करते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। मुझे विश्वास है कि अब दिल्लीवाले केजरीवाल जी को विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से विजयी बनाकर फिर से सीएम बनायेंगे। तब तक यह मुख्यमंत्री की कुर्सी केजरीवाल जी का इंतज़ार करेगी।'
आतिशी ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि फरवरी में होने वाले चुनाव में दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को जिताकर दोबारा सीएम बनाएगी। तब तक अरविंद केजरीवाल की कुर्सी यहीं रहेगी।' उन्होंने कहा, 'पिछले दो साल से भाजपा ने अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्हें छह महीने के लिए जेल में डाल दिया गया था। कोर्ट ने यह भी कहा कि एजेंसी ने दुर्भावनापूर्ण इरादे से अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है।
43 साल की उम्र में आतिशी ने सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के नक्शेकदम पर चलते हुए दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। 17 सितंबर को केजरीवाल ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया, और आतिशी ने उत्पाद शुल्क नीति मामले में आप प्रमुख के तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा होने के कुछ दिनों बाद नई सरकार बनाने का दावा किया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह राजनेता नहीं हैं और आरोपों ने उन पर असर डाला है, जिसके चलते उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा है। रविवार को जंतर-मंतर पर 'जनता की अदालत' को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'मैंने इस्तीफा दे दिया, क्योंकि मैं यहां (राजनीति में) भ्रष्टाचार करने नहीं आया हूं। मुझे सीएम की कुर्सी का कोई लालच नहीं है। मैं यहां कमाने नहीं आया हूं। मैंने इनकम टैक्स में काम किया, अगर मुझे पैसा कमाना होता तो मैं करोड़ों कमा सकता था। मैं देश के लिए भारत माता के लिए, देश की राजनीति को बदलने के लिए राजनीति में आया।' केजरीवाल ने कहा कि वह इस पद पर तभी लौटेंगे, जब उन्हें फरवरी 2025 में होने वाले संभावित विधानसभा चुनावों में दिल्ली के लोगों से दोबारा जनादेश मिलेगा।
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