जैन मुनि १०८ आगम सागर जी एवं मुनि श्री १०८ पुनीत सागर जी महाराज के चातुर्मास के लिए हुई भव्य कलश स्थापना
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गुना। आचार्य श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री १०८ आगम सागर जी महाराज एवं मुनि श्री १०८ पुनीत सागर जी महाराज का चातुर्मास हेतु भव्य कलश स्थापना समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7 बजे श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर जी में अभिषेक शांतिधारा के पश्चात भव्य कलश यात्रा प्रारंभ हुई, जिसमे मंगल कलश लेकर पाठशाला के बच्चे चल रहे थे। मुनिराजों के सानिध्य में शोभा यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए बी जी रोड स्थित ऋषभायतन तीर्थ नसिया जी पहुंची।
कार्यक्रम का शुभारंभ में सतीश चंद,विनोद, सुनील, प्रसन्न म्याना परिवार द्वारा ध्वजारोहण किया गया। मंगलाचरण एवं पाठशालाओं के बच्चों द्वारा नृत्य नाटिका के साथ मुनिराजों के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य पुण्योदय तीर्थ के अध्यक्ष एस.के. जैन की प्राप्त हुआ। शास्त्र दान का सौभाग्य वीरेंद्र, राजेंद्र, विनोद, महावीर, संजय, अजय कुमार जैन चौधरी ब्रदर्स परिवार को प्राप्त हुआ।
मंगल कलश की स्थापना का सौभाग्य बोलियों के माध्यम से चयनित श्रेष्ठियों को प्राप्त हुआ , जिसमे प्रथम कलश पार्श्वनाथ कलश राजेंद्र कुमार,अखिलेश कुमार,शैलेश कुमार नालंदा पब्लिक स्कूल बदरवास गुना, द्वितीय कलश ज्ञान विद्या कलश अनिल कुमार, सुनील कुमार जैन भोजनालय परिवार, तृतीय कलश आदि चंद्र प्रभु कलश रमेश चंद,राजीव कुमार संजीव कुमार वंदना स्टार्स परिवार, चतुर्थ कलश वासुपूज्य शांति कलश एस.के.जैन शुभम जैन पुण्योदय तीर्थ अध्यक्ष, पंचम कलश सुब्रत नेमी कलश श्रीमति आशा माताजी, मुकेश कुमार, संजय कुमार सोना ट्रेडर्स परिवार को स्थापित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में सभी सेवा भावी संस्थाओं, महिला संगठन, पाठशाला परिवार, प्रबंध करिणी जैन समाज, सभी मंदिरों के संयोजक सह संयोजकगण एवं गुना गौरव महाराज जी मताजिओं क्षुल्लक जी के परिवार जनों, ब्रह्मचारी भैया जी, बहनों एवं अन्य नगरों से पधारे महानुभावों द्वारा श्री फल अर्पित किए।
कार्यक्रम का संचालन हाट पिपल्या से आए ब्रह्मचारी चिद्रूप भैया जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुनि श्री की मंगल देशना हुई जिसमे मुनि श्री ने वर्षकाल के चार महीनों में मुनिराजो के एक स्थान पर रुककर साधना करने के महत्व को बताया। महाव्रत के पालन में अहिंसा के दृष्टिकोण से मुनिराज अन्यत्र बिहार न करके एक ही स्थान पर साधना करते है, चातुर्मास ही ऐसा समय है जब साधुओं का इतना अधिक प्रवास एक साथ समाज जन को मिल पाता है।
मुनि श्री ने प्रवचन के दौरान प्रबंध समिति के अनुरोध को सभा के समक्ष आशीर्वाद दिया कि जैन समाज द्वारा संचालित गौशाला में लगभग 700 ट्राली चूरी डाली जानी है इस हेतु आपको यह पुण्य कार्य में दान देना चाहिए जिसके बाद लगभग 10 से 15 मिनिट में लगभग 500 ट्राली की घोषणा हो गई। उसके बाद भी और नाम आते गये। कार्यक्रम के उपरांत सभी अतिथियों एवं गुना जैन समाज का वात्सल्य भोज किया गया।
कार्यक्रम में पधारे अतिथिगण एवं समाज जानो के प्रति जैन समाज अध्यक्ष संजय जैन कामिनी, मंत्री अनिल जैन अंकल, उपाध्यक्ष राजीव जय रस्सी,कोषाध्यक्ष संजय जैन सोना, उपमंत्री अजय चौधरी, प्रचार मंत्री अजय जैन परवाह, ऑडिटर श्रेयांश जैन, अनिल जैन बड़कुल, संभव जैन भीमराज, प्रदीप जैन बरखेड़ा, रमेश आमलया, अजय जैन जामनेर, राजेंद्र जैन पाटई,शैलेश चौधरी,
त्रिलोक जैन, सुरेश जैन, शैलेंद्र जैन, विशाल जैन, राजकुमार मामा सहित सभी ने आभार व धन्यवाद व्यक्त किया।
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