जीवन को सकारात्मक गति देने के लिए चिंता नहीं अपितु चिंतन करें - आचार्य मृदुल कृष्ण गोस्वामी महाराज
वृन्दावन। (आरएनआई) रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धन्यवाद के साथ चल रहा है।जिसमें व्यासपीठ से श्रीहरिदासी वैष्णव संप्रदायाचार्य विश्वविख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को तृतीय दिवस की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि जीवन को सकारात्मक गति देने के लिए चिंता नहीं अपितु चिंतन करें।चिंता से जहां मन अशांत रहता है, वहीं चिंतन से मन में एकाग्रता, शांति, उत्साह और प्रेम का भाव उत्पन्न होता है।
पूज्य महाराजश्री ने कहा कि प्रभु का चरित्र अत्यंत महिमामयी है।उनकी कथा को श्रवण कर आत्मसात करने से अपने देश व समाज का कल्याण हो सकता है।प्रभु का नाम अत्यंत पावन व मंगलकारी है।प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में प्रभु के नाम का सुमिरन अवश्य करना चाहिए।ऐसा करने से व्यक्ति के समस्त पापों व बुराइयों का नाश हो जाता है।साथ ही उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस अवसर पर जस्टिस ज्ञान सुधा मिश्रा, महोत्सव की मुख्य यजमान श्रीमती अनुभी गोयल व शिवन्या चंद्र गोयल (नोएडा), वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी दासबिहारी अग्रवाल, पंडित उमाशंकर, आचार्य राजा पंडित, डॉ. राधाकांत शर्मा, पंडित रवीन्द्र आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
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