जिला पदाधिकारी वैशाली ने जिला बाल संरक्षण इकाई एवं श्रम अधीक्षक कार्यालय के कार्यों की समीक्षा की
(उमेश कुमार विप्लवी)
हाजीपुर (आरएनआई)जिलाधिकारी वैशाली यशपाल मीणा के द्वारा जिला बाल संरक्षण इकाई एवं श्रम अधीक्षक कार्यालय के कार्यों की समीक्षा की गई। सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई वैशाली के द्वारा बताया गया कि वैशाली में 0-6 वर्ष के बच्चों के संरक्षण हेतु विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान संचालित है, जिसमें वर्तमान में एक बालक एवं दो बालिकाएं आवासित है। अब तक कुल 37 बच्चों का दत्तक ग्रहण दिया जा चुका है और 55 बच्चों को उनके परिवार में पुनर्स्थापित किया गया है।
गृह में आवासित विशेष आवश्यकता वाली बालिका का इलाज जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर पारस अस्पताल पटना में कराया जा रहा है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा बालिका के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। सहायक निदेशक के द्वारा बताया गया कि पारस अस्पताल से बालिका का इलाज चल रहा है एवं उसमें कुछ सुधार है। परवरिश योजना के संबंध में सहायक निदेशक के द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कुल 622 लाभुकों को योजना का लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में अब तक 52998 आवेदनों का निष्पादन किया जा चुका है। स्पॉन्सरशिप योजना में वर्तमान में लाभुकों की संख्या 32 से बढ़कर 226 हो गई है। ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को परिचय पत्र जारी करने से संबंधित समीक्षा में पाया गया की अब तक 09 व्यक्तियों के द्वारा आनलाइन आवेदन दिया गया है जिन्हें जिलाधिकारी के स्तर से परिचय पत्र उपलब्ध करा दिया गया है। जिले में अब तक 479 बाल श्रमिक बाल श्रम से मुक्त कराए गए हैं जिनमें 350 लोगों को एनटाइटलमेंट कार्ड उपलब्ध करा दिया गया है। जिलाधिकारी ने कार्यालय द्वारा संचालित सभी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया ताकि अधिक से अधिक लाभुकों को योजना का लाभ मिल सके। समीक्षा बैठक में सहायक निदेशक बाल संरक्षण श्री विनोद कुमार ठाकुर, सभी प्रखंडों के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी तथा स्वर्गीय कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान के सचिव उपस्थित रहे।
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