जिन्ना सावरकर का बंटवारा सिद्धांत अपना रही भाजपा

भारत में सबसे पहले उत्तराखंड लाया कन्या धन योजना

Jul 2, 2023 - 17:00
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जिन्ना सावरकर का बंटवारा सिद्धांत अपना रही भाजपा

गुना। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा जिले के पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए वरिष्ठ नेता प्रदीप टम्टा ने गुना और बमौरी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया है। जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के बाद प्रदीप ने जोर देकर कहा है कि मध्यप्रदेश में परिवर्तन की लहर चल रही है। संविधान और लोकतंत्र की हत्या कर बनाई गई भाजपा सरकार को लोग उखाड़ फेंकना चाहते हैं। उन्होंने आरएसएस और भाजपा की विचारधारा पर भी सीधा हमला करते हुए उसे देश को तोडऩे वाला बताया है।
उत्तराखण्ड में कांग्रेस के विधायक रह चुके प्रदीप टम्टा ने अपने दौरे पर सबसे पहले बमौरी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद गुना में संवाददाताओ से चर्चा करते हुए भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा को देश के लिए घातक बताया है। प्रदीप टम्टा ने कहा है कि एक तरफ भारतीय संविधान है और दूसरी तरफ आरएसएस का विधान, एक देश जोडऩे का बात करता है तो दूसरा देश को तोडऩे की बात कह रहा है। उन्होंने महात्मा गांधी, जिन्ना और सावरकर का उदाहरण देते हुए कहाकि महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाई। वहीं जिन्ना और सावरकर दोनों एक ही विचारधारा के थे, दोनों ने ही बंटवारे के सिद्धांत को आगे बढ़ाया, जिसे अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपना रहा है। 
मध्यप्रदेश सरकार के वर्तमान हालात पर बात करते हुए टम्टा ने दावा किया कि उन्होंने प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं से चर्चा की है। आमजन का मन भी टटोला है। हर जगह से स्पष्ट हुआ है कि मध्यप्रदेश की जनता परिवर्तन के मूड में है। क्योंकि यहां भ्रष्टाचार चरम पर है। राज्य में खनन माफिया हावी है। भाजपा के मंत्री और विधायक सत्ता के नशे में है। जनता के ऊपर अत्याचार किया जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकद्दमे दर्ज कर दिए गए हैं। टम्टा के मुताबिक हिमाचल से शुरु हुई परिवर्तन की लहर कर्नाटक पहुंची है और अब मध्यप्रदेश में यह और प्रभावी हो चुकी है।
प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की लाड़ली बहना योजना की हकीकत बताते हुए टम्टा ने बताया कि इस तरह की योजना सबसे पहले उत्तराखण्ड की तत्कालीन नारायण दत्त तिवारी सरकार ने शुरु की थी। तब इसे गौरा देवी कन्याधन योजना के नाम से लागू किया गया था। टम्टा स्वयं उस सरकार में कांग्रेस के विधायक थे। इस योजना को भी उत्तराखण्ड की वर्तमान भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। भाजपा को महिलाओं की सिर्फ चुनाव के समय याद आती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिल्ली में प्रदर्शन करने वाली वह महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अपने आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ी। लेकिन केंद्र सरकार ने दमनात्मक रवैया अपनाते हुए अपने सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बचा लिया और महिला पहलवानों की आवाज को दबाया जा रहा है। यही भाजपा का असली चरित्र है।

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