जापान में रक्षा खर्च वृद्धि को मंजूरी, चीन के बढ़ते खतरे से मुकाबला करने को रक्षा मंत्रालय का अहम फैसला
जापान का लक्ष्य 2027 तक 43 खरब येन (297 अरब डॉलर) खर्च करने का है ताकि उसका वार्षिक सैन्य खर्च दोगुना होकर लगभग 10 खरब येन हो जाए। इससे यह अमेरिका-चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य खर्च वाला देश हो जाएगा।
टोक्यो/बीजिंग (आरएनआई) जापान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को चीन के बढ़ते खतरे के खिलाफ दक्षिण-पश्चिमी द्वीपों पर अपनी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए अगले साल के लिए रिकॉर्ड 8.5 खरब येन (59 अरब डॉलर) का बजट मंजूर करके वित्त मंत्रालय को भेजने का फैसला किया है। उसने सेवा सदस्यों की घटती संख्या की भरपाई के लिए मानव रहित हथियारों और एआई पर ध्यान केंद्रित किया है। यानी चीन से मुकाबले की तैयारी जारी है।
दिसंबर तक बातचीत के लिए वित्त मंत्रालय को प्रस्तुत करने से पहले शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय की बैठक में बजट अनुरोध को मंजूरी दे दी गई। जापान का लक्ष्य 2027 तक 43 खरब येन (297 अरब डॉलर) खर्च करने का है ताकि उसका वार्षिक सैन्य खर्च दोगुना होकर लगभग 10 खरब येन हो जाए। इससे यह अमेरिका-चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य खर्च वाला देश हो जाएगा। चीन की गतिविधियों से जापान आशंकित है।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व वाली चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने करीब 10 लाख सदस्यों के आचरण पर पार्टी का नियंत्रण और मजबूत करने के लिए नियमों का नया सेट जारी किया है। पार्टी अब अपने नियमों को अधिक सख्त करके अपने विश्वास, वफादारी और प्रदर्शन में पिछड़े समझे जाने वाले अक्षम सदस्यों को हटाना चाहती है। कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की केंद्रीय समिति के जनरल कार्यालय ने ये नियम जारी किए गए।
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