जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर दिल्लीवासी
रविवार सुबह राजधानी के कई इलाकों में 400 के पार एक्यूआई दर्ज किया गया है। जहांगीरपुरी में 450, बवाना में 427, आनंद विहार में 433, अशोक विहार में 434, द्वारका सेक्टर-8 में 385, बुराड़ी में 404, आईजीआई एयरपोर्ट पर 360, आईटीओ पर 382, आया नगर में 320 एक्यूआई दर्ज किया गया है।
![जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर दिल्लीवासी](https://www.rni.news/uploads/images/202311/image_870x_6562dfe272200.jpg)
नई दिल्ली, (आरएनआई) दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) कुछ क्षेत्रों में 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है। दिल्लीवासी जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, रविवार सुबह राजधानी के कई इलाकों में 400 के पार एक्यूआई दर्ज किया गया है। जहांगीरपुरी में 450, बवाना में 427, आनंद विहार में 433, अशोक विहार में 434, द्वारका सेक्टर-8 में 385, बुराड़ी में 404, आईजीआई एयरपोर्ट पर 360, आईटीओ पर 382, आया नगर में 320 एक्यूआई दर्ज किया गया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के वायु प्रदूषण में कमी लाने के लिए जमीनी स्तर पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। सरकार इस पर पूरी ताकत से काम कर रही है। मैं दिल्ली की जनता से भी कहना चाहूंगा कि आज उत्तर भारत में प्रदूषण में पराली जलाने की बहुत कम घटनाएं शामिल हैं। अब, स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के कारण उत्तरी एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ रहा है। मैं आग्रह करना चाहूंगा कि जिस तरह से जीआरएपी III को सख्ती से लागू किया गया है दिल्ली में लागू, एनसीआर में भी नियमित निगरानी होनी चाहिए। बायोमास जलने का योगदान दिखाई दे रहा है क्योंकि वर्तमान प्रदूषण स्थानीय स्रोतों के कारण है। यह एनसीआर से दिल्ली में आ रहा है। मुझे लगता है कि हमें सामूहिक प्रयास करना होगा और बदलाव लाना होगा मौसम भी वायु गुणवत्ता में सुधार की गुंजाइश प्रदान करता है।
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक शनिवार को दिल्ली में मुख्य सतही हवा चार किमी प्रति घंटे की गति पूर्वोत्तर-पूर्व दिशाओं से चली। सुबह के समय आंशिक रूप से बादल छाए रहे व धुएं के कारण प्रदूषण स्तर को बढ़ने का मौका मिला। वहीं दिन में चली सर्द हवा के कारण प्रदूषण कण फैल नहीं पाए। हालांकि दिन में खिली हल्की धूप व हवा के रुख में आए बदलाव के कारण प्रदूषक तत्वों से थोड़ी राहत मिली जिस कारण शुक्रवार के मुकाबले प्रदूषण स्तर में मामूली सुधार हुआ।
शनिवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। रविवार से वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। हालांकि 28 नवंबर तक प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में ही रह सकता है। अगले छह दिनों की बात करें तो सुधार की कोई खास उम्मीद नहीं है और वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहने की आशंका है।
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