जसोलधाम में मेरा हमेशा विश्वास यहां उम्मीदें बनती हैं-पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे
भटियाणी, (आरएनआई) जसोल राणी भटियाणी माजीसा मंदिर में दर्शन पूजन कर राजे ने की प्रदेश में खुशहाली की मंगल कामना, जगतजननी श्री राणी भटियाणी के दर्शन करने आए जसोल धाम पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, श्री राणी भटियाणी माजीसा मंदिर के दर्शन पूजन कर राजे ने माजीसा से की प्रदेश में खुशहाली की मंगल कामना, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जसोलधाम पहुंचने पर मन्दिर संस्थान की और से किया गया भव्य स्वागत, इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने माजीसा मंदिर में दर्शन पूजन कर मंदिर परिसर में नवनिर्मित भवनों का किया अवलोकन, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि माजीसा मंदिर जसोल धाम वह जगह है जहां सभी के सिर प्रार्थना में झुकते हैं, राजे ने कहा कि जहां विश्वास प्रबल होता है वहीं हमारी उम्मीदें बनती हैं हमारा धैर्य ही हमें फल देता है।
मेरा मन हमेशा यही मानना है कि भगवान का आशीर्वाद और जनता का साथ ये दो चीज होने से हम लोग कुछ कर पाते हैं। जब भी मैं मारवाड़ मालाणी क्षेत्र में आती हूँ तो जसोल मां माजीसा के दर्शन जरूर करती हूं। मां के दर्शनों से ही मुझे आगे बढ़ने की शक्ति व संबल मिलता है। में माजीसा के आशीर्वाद से ही निरंतर आगे बढ़ती रहती हूँ। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जसोल धाम एक ऐसी जगह है, जहां आज भी उनके सभी भक्त आशा से भरे हुए आते हैं, और संतोष के साथ वापस जाते हैं। राजे ने कहा कि संस्थान बेमिसाल और सराहनीय कार्य कर रहा हैं जितनी तारीफ करें वह कम है, आज मुझे जसोलधाम का नजारा बेहद खूबसूरत नजार आ रहा है। में पहले आई थी तब निर्माण कार्य चल रहा था। और पिछले दिनों मैंने जो सुना था उससे भी मनमोहक जसोल धाम लग रहा है। जसोल माता के साक्षात दर्शन मेरे मन को इस क्षेत्र के प्रति जोड़ रहा हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने अपनी सेवानिवृत्त के बाद अपना अमूल्य समय जसोलधाम को संवारने में लगाया साथ ही रावल किशन सिंह जसोल के मार्गदर्शन में सामाजिक सरोकार के कार्यों के प्रति संस्थान की पहल का में स्वागत करती हूं, पूर्ण परिश्रम के साथ धाम को संवारने में रावल साहब ने कोई कोर कसर बाकी नही छोड़ी आज मन्दिर में दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर मेरे द्वारा प्रदेश की उन्नति और खुशहाली के लिए कामना की गई है। जसोल धाम पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री राजे को संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल व कुंवर हरिश्चन्द्र सिंह जसोल ने स्मृति चिन्ह भेंट कर किया बहुमान।
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