जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण ने किया एनडीए का साथ छोड़ने का एलान
पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी सरकार से लड़ने के लिए अपनी पार्टी, एनडीए और टीडीपी को एक साथ खड़े होने का प्रस्ताव भी रखा था। लेकिन अब उन्होंने एनडीए का साथ छोड़ने का फैसला कर लिया है।
अमरावती, (आरएनआई) अभिनेता और नेता पवन कल्याण ने गुरुवार को भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए से बाहर निकलने और टीडीपी का समर्थन करने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश को विकास के लिए जनसेना और टीडीपी की जरूरत है।
टीडीपी एक मजबूत पार्टी है और आंध्र प्रदेश को सुशासन और विकास के लिए तेलुगु देशम पार्टी की जरूरत है। आज टीडीपी संघर्ष कर रही है, और हम उनके साथ है। इस स्थिति में टीडीपी को जनसैनिकों के युवाओं की जरूरत है।' उन्होंने आगे कहा, 'अगर टीडीपी और जनसेना हाथ मिला लें तो राज्य में वाईएसआरसीपी की सरकार डूब जाएगी।
चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद से पवन कल्यान आंध्र प्रदेश की वाईएसआर जगनमोहन रेड्डी की सरकार से खफा हैं। जनसेना पार्टी के नेता पवन कल्याण 14 सितंबर को चंद्रबाबू नायडू से मिलने राजामुंडरी सेंट्रल जेल गए थे। इसके बाद उन्होंने 18 सितंबर को दिल्ली में आयोजित एनडीए भी बैठक में भी हिस्सा लिए थे। इस बैठक में पवन कल्याण ने कहा था कि वह भाजपा का समर्थन करेंगे। उन्होंने बताया, 'पूरी बैठक बहुत अच्छी रही। इस दौरान आत्मनिर्भर भारत पर चर्चा किया गया। अपने पार्टी की तरफ से मैंने पीएम को वादा किया है कि हम उनके साथ खड़े हैं।
पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी सरकार से लड़ने के लिए अपनी पार्टी, एनडीए और टीडीपी को एक साथ खड़े होने का प्रस्ताव भी रखा था। लेकिन अब उन्होंने एनडीए का साथ छोड़ने का फैसला कर लिया है। साल 2019 में हुए चुनाव में पवन कल्याण की जनसेना पार्टी 5.6 फीसदी वोट शेयर के साथ केवल एक सीट जीती थी, जबकि टीडीपी ने 39.7 वोट शेयर के साथ 23 सीटें जीतने में कामयाब हो पाई थी। वहीं वाईएसआरसीपी ने 50.6 वोट शेयर के साथ 151 सीटें हासिल की थी।
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