चुनाव से 100 दिन पहले टीम शिवराज का विस्तार
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से 100 दिन पहले शिवराज सिंह चौहान की सरकार का सुगबुघाटी विस्तार तेज हो गया है। जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन साधने के लिए टीम शिवाजी में तीन नए मंत्री शामिल हो सकते हैं।
भोपाल। (आरएनआई) मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से 100 दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार की रात को राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात की थी। इसमें नामांकन विवरण से नामांकन देखा जा रहा है। विंध्य से राजदुलारा शुक्ला के लिए क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन साधने के लिए , महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन और कुछ अन्य कलाकारों को मंत्री बनाने की चर्चा है।
मध्य प्रदेश में निर्वाचन आयोग ने अंतिम सूची प्रकाशन के लिए चार अक्टूबर की तारीख तय की है। साफ है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में नियुक्ति की तारीख घोषित हो सकती है। ऐसे में आचार संहिता की पकड़ एक महीने पहले ही पकड़ में आ गई थी, टीम मुजफ्फरपुर में विस्तार को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन साधने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
2018 विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी को विंध्य से सबसे ज्यादा फायदा हुआ था। 30 में से 24 बजे भाजपा की झोली में गिरी थी। इसके बाद भी भाजपा ने इस क्षेत्र को सांकेतिक प्रतिनिधित्व नहीं दिया। विधानसभा अध्यक्ष के अलावा इस क्षेत्र का एक मंत्री ही मिला हुआ है। इसे लेकर क्षेत्र में नामांकन है। यह बात आंतरिक सर्वेक्षणों में भी सामने आई है। इस बात पर ध्यान देते हुए रीवा से बाहुबली बाहुबली शुक्ला को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है। यहां बीजेपी को कांग्रेस की चुनौती तो है ही, सिंगरौली में आम आदमी पार्टी की रानी एर्गल ने मेयर का चुनाव रद्द कर नई पार्टी के उदय के संकेत भी दिए हैं। इसके बाद आम आदमी पार्टी का फोकस क्षेत्र में बढ़ा है। वहीं, अज्ञात जिले के मैहर से भाजपा नेता नारायण त्रिपाल भी विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग कर सरकार के सामने चुनौती पेश कर रहे हैं।
प्रदेश में अन्य पठारी वर्ग की जनसंख्या 51 प्रतिशत से अधिक है। अल्पसंख्यक निकाय चुनाव में कांग्रेस ने एकजुटता का उथल-पुथल मचाने वाले मेयर की पांच पर कब्ज़ा कर लिया था। कांग्रेस अब इसी राह पर आगे बढ़ रही है। इसी तरह के कट के लिए बीजेपी ने बालाघाट से विधायक गौरी शंकर बिसेन को फिर से मंत्री बनाने का सोचा है। बिसेन इस समय फ़्लॉम वर्ग आयोग के अध्यक्ष भी हैं। अगले चुनाव के लिए वे अपनी बेटी के लिए टिकटों की बुकिंग कर रहे हैं। इसके अलावा लोमडिआ समाज से लेकर मंत्री पद की होड़ में भी मंत्री पद का नाम जालम सिंह पटेल है। दोनों ही उमा भारती खामे से माने जाते हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सागर की रैली में सोमनाथ और संसद को साधने के लिए जातिगत विचारधारा का वादा किया। पिछले चुनाव में भी जातिगत मुद्दा उठाव का फ़ायदा कांग्रेस से मिला था। सरकार ने भी बनाया था। कमलेश्वर पटेल को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल किया गया है। इसके साथ ही सोमनाथ समाज को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह कहा जाता है कि किस तरह के कांग्रेसी एकल गुट पर नजर रखी जा रही है और चुनावी रणनीति को आगे बढ़ाया जा रहा है।
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