चीन से खालिस्तान के समर्थन में प्रचार की साजिश, मेटा ने चीनी नेटवर्क से जुड़े कई अकाउंट हटाए
चीनी नेटवर्क ने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, ब्रिटेन और नाइजीरिया सहित विभिन्न देशों में बसे सिख समुदाय को अपना निशाना बनाया। रिपोर्ट में कहा कि खुद को सिख दिखाते हुए पोस्ट करना, परस्पर साठगांठ करके सामग्री शेयर करने, पेजों और फेसबुक ग्रुप बनाने जैसी गतिविधियां फर्जी खातों से चलाई गईं। जिन्हें मेटा ने हटा दिया।
नई दिल्ली (आरएनआई) फेसबुक और इंस्टाग्राम की संचालक कंपनी मेटा ने बताया कि उसने चीन से खालिस्तान के समर्थन वाले प्रचार को भी रोका था। मेटा ने बताया कि विरोधियों से खतरे की रिपोर्ट में खुलासा किया कि उसने खालिस्तानी प्रचार का समर्थन करने वाले चीनी मूल के एक नेटवर्क से जुड़े 37 फेसबुक अकाउंट, 13 पेज, पांच ग्रुप और इंस्टाग्राम पर नौ अकाउंट हटाए। इससे पहले ओपनएआई ने भी एआई और प्रभाव डालने वाले खुफिया अभियान नामक रिपोर्ट में इस्राइली कंपनी की ओर से भारतीय चुनाव को प्रभावित करने की साजिश का खुलासा किया है।
चीनी नेटवर्क ने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, ब्रिटेन और नाइजीरिया सहित विभिन्न देशों में बसे सिख समुदाय को अपना निशाना बनाया। रिपोर्ट में कहा कि खुद को सिख दिखाते हुए पोस्ट करना, परस्पर साठगांठ करके सामग्री शेयर करने, पेजों और फेसबुक ग्रुप बनाने जैसी गतिविधियां फर्जी खातों से चलाई गईं। मेटा ने कहा कि इनमें से कुछ को हमारी जांच से पहले ही हमारे स्वचालित प्रणाली ने पता लगा लिया और निष्क्रिय कर दिया।
चीनी नेटवर्कों की ओर से इन गतिविधियों के तहत फोटो एडिटिंग टूल और एआई निर्मित चित्र जारी करते हुए हरदीप निज्जर की हत्या पर भारत सरकार के खिलाफ सिखों को भड़काने वाली और खालिस्तानी आतंकवाद से जुड़ी सामग्री हिंदी और अंग्रेजी में दी गईं। ‘ऑपरेशन के’ नामक फर्जी आंदोलन खड़ा करके न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों में सिखों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन की अपील की गई थी।
भारत विरोधी तत्व बहुत कम लोगों तक ही पहुंच सके, क्योंकि इसका दायरा अपेक्षाकृत सीमित था। इसमें करीब 2700 अकाउंट एक या एक से अधिक फेसबुक पेज को फॉलो कर रहे थे। समूह में 1300 अकाउंट थे और 100 से भी कम अकाउंट इंस्टाग्राम प्रोफाइल को फॉलो कर रहे थे। मेटा ने कहा कि इससे पहले यह प्रामाणिक समुदायों के बीच दर्शकों को तैयार कर पाती, हमने इस गतिविधि का पहले ही पता लगा लिया था और इसे हटा दिया था।
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