चिकित्सक महासंघ ने किया आन्दोलन का ऐलान, 17 फरवरी से शुरू होगी हड़ताल, कार्य भी होगा बंद
भोपाल। आज चिकित्सक संपर्क यात्रा 6000 चिकित्सकों की 6000 किलोमीटर की यात्रा भोपाल में समाप्त हुई है। 27 जनवरी से इसकी शुरुआत ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज से हुई थी। जो भिंड, रीवा, मुरैना, सीधी, दतिया, छतरपुर समेत करीब 40 जिलों से होकर गुजरी और हजारों डॉक्टरों ने एक-दूसरे से मुलाकात की। सीहोर के बाद यात्रा सीधे भोपाल पहुंची। जहां फूलों से चिरायु हॉस्पिटल के प्राइवेट और सरकारी डॉक्टरों ने स्वागत किया।
यात्रा का समापन होते ही स्वशासी चिकित्सक महासंघ ने आंदोलन की घोषणा कर दी है। पूरे मध्यप्रदेश में 15 फरवरी से शासकीय चिकित्सकों का आंदोलन होगा। वहीं 16 फरवरी को 2 घंटे कार्य बंद करने का भी ऐलान किया गया गया है। 15 फरवरी को 10000 डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर अपने चिकित्सीय एकता के लिए प्रदर्शन करेंगे। यदि इसके बाद भी शासन कोई एक्शन नहीं लेता है, तो 17 फरवरी से प्रदेश भर में हड़ताल शुरू की जाएगी। जब तक उनकी समस्याओ का निवारण नहीं होता, तब तक सम्पूर्ण चिकित्सीय और प्रशासनीय कार्य बंद रहेंगे।
चिकित्सकों का कहना है कि करीब 5 सालों से उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया है। एक चिकित्सक महासंघ द्वारा 1 महीने का नोटिस जारी करने के बाद भी राज्य सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इस आंदोलन का मकसद परिजों को परेशान करना या जनहानी करना नहीं है। बल्कि चिकित्सकों के हक के लिए है।
चिकित्सकों के मुताबिक अस्पतालों में संसाधनों की कमी है। जिसका असर मरीजों पर पड़ता है। सही इलाज ना होने के कारण डॉक्टरों को इसका भुगतान करना पड़ता है। वहीं अस्पतालों में चिकित्सकों के 50 प्रतिशत पद रिक्त हैं और मरीजों की संख्या अधिक है। पदों की अनुपलब्धता के कारण बहुत परेशानी होती है।
What's Your Reaction?