चार यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना
यह अमेरिका का पहला प्रक्षेपण है जिसमें अंतरिक्ष यान की हर सीट पर अलग-अलग देश के अंतरिक्ष यात्री बैठे थे।
अमेरिकी। (आरएनआई) चार देशों के चार अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स के रॉकेट से शनिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना हुए। वे रविवार को अपने स्पेसएक्स कैप्सूल से अंतरिक्ष स्टेशन पहुंच सकते हैं, जहां वे मार्च से रह रहे चार अंतरिक्ष यात्रियों की जगह लेंगे। ‘केनेडी स्पेस सेंटर’ से अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की एक अंतरिक्ष यात्री के साथ डेनमार्क, जापान और रूस के यात्रियों ने उड़ान भरी।
क्रू-7 नाम वाले इस मिशन में नासा की अंतरिक्ष यात्री जैस्मीन मोघबेली (Jasmin Moghbeli), यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के अंतरिक्ष यात्री एंड्रियास मोगेन्सन (Andreas Mogensen), जेएक्सए (जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी) के अंतरिक्ष यात्री सातोशी फुरुकावा (Satoshi Furukawa) और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री कॉन्स्टेंटिन बोरिसोव (Konstantin Borisov) शामिल हैं।
यह अमेरिका का पहला प्रक्षेपण है, जिसमें अंतरिक्ष यान की हर सीट पर अलग-अलग देश के अंतरिक्ष यात्री बैठे थे। इससे पहले तक नासा, स्पेसएक्स यान में दो या तीन अंतरिक्ष यात्रियों को शामिल करता था। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के महानिदेशक ने मिशन की तारीफ की।
एंड्रियास मोगेन्सन ने इंजीनियरिंग के बाद पश्चिम अफ्रीकी तट पर तेल रिग पर काम किया। जापानी अंतरिक्ष यात्री बनने से पहले फुरुकावा ने सर्जन के रूप में काम किया। रूसी यात्री बोरिसोव ने बिजनेस की पढ़ाई के बाद इंजीनियरिंग की। वह फ्रीडाइविंग स्कूल में उस खेल को देखते है, जिसमें गोताखोर ऑक्सीजन टैंक से दूर रहकर पानी में अपनी सांस रोकते हैं।
अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल जैस्मीन मोघबेली के माता-पिता 1979 की क्रांति के दौरान ईरान से भाग गए थे। जर्मनी में जन्मी और न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में पली-बढ़ी, वह मरीन में शामिल हो गईं और अफगानिस्तान में हमले के हेलीकॉप्टर उड़ाए। पहली बार अंतरिक्ष यात्री को उम्मीद है कि वह ईरानी लड़कियों को दिखाएंगी कि वे भी ऊंचे लक्ष्य रख सकती हैं।
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