चरनोई भूमि पर धड़ल्ले से हो रहे अवैध कब्जे, बना दिये पक्के मकान

गुना (आरएनआई) गुना शहर के ग्राम कुशमौदा में 10 हेक्टेयर लगभग 50 बीघा चरनोई की भूमि पर अवैध कब्जे होकर मकान तक बन चुके हैं लेकिन सभी सिस्टम अंधे बनकर बैठे हैं।जब बखान ओर बस्ती बस जाएगी तब हड़कंप मचेगा!
प्राप्त जानकारी अनुसार गुना शहर के ग्राम कुशमोदा स्थित पटवारी हल्का नंबर 59 की भूमि सर्वे क्रमांक 394 रकबा 10.659 हेक्टेयर, चरनोई भूमि के नाम से राजस्व रिकॉर्ड में संरक्षित है, अपितु मौके पर हालात कुछ और ही हैं। भूमाफियाओं और दबंगों द्वारा उक्त भूमि पर कब्जा कर अवैध रूप से प्लाटों का विक्रय किया जा रहा है।
हैरानीयत की बात तो यह है कि उक्त भूमि पर अवैध रूप से पक्के मकानों के निर्माण भी हो चुका है और शासन बेसुध है।
चरनोई की भूमि जो कि पशुओं को चरने हेतु शासन द्वारा आवंटित की जाती है आज भूमाफियाओं के लिए मुनाफे का सौदा बन चुकी है।
भूमाफिया मनमाने दाम में छत की तलाश कर रहे लोगों को बिना किसी लिखा पढ़ी के प्लाट बेच देते हैं और फिर भाग निकलते हैं।
कुछ नए भूमाफिया भी शहर में पनप रहे हैं जो राजनैतिक सहयोग अथवा दबंगयाई के चलते लोगों के निजी प्लाट एवं भूमियों पर भी अवैध कब्जा करने में पीछे नहीं हट रहे हैं।
तस्वीरों में स्थिति साफ दिखाई दे रही है कि कैसे चरनोई की भूमि पर पक्की इमारतें बना दी गयी हैं और शासन बेसुध बैठा हुआ है।
अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब शासन की हर जगह, हर चीज़ इन माफियाओं द्वारा हथिया ली जावेगी।
कुसमोदा, गुना पटवारी शिवशंकर ओझा का कहना हैं की में रूटीन में हल्के में जाता हूं, मुझे किसी ने शिकायत नहीं की हैं, वह जमीन चरनोई के लिए सुरक्षित हैं।पूर्व में sdm शिवानी गर्ग के समय कब्जा ओर अवैध अतिक्रमण पर कार्यवाही की थी। वहां पुरानी बस्ती हैं, में आज फिर मौके पर जाकर देखता हूं।
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