घात लगाए आतंकियों ने वायुसेना के वाहनों पर बरसाईं अंधाधुंध गोलियां
सुरक्षाबलों ने हमला कर भागे आतंकियों की तलाश के लिए अभियान चलाया है। वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर डटे हुए हैं। पुंछ में पांच महीने के भीतर आतंकियों ने तीसरी बार सैन्य वाहनों को निशाना बनाया है। पुंछ शहर में संदिग्ध देखे जाने के बाद दो दिन से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुंछ (आरएनआई) पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में शनिवार शाम आतंकियों ने घात लगाकर एयरफोर्स के काफिले पर हमला किया। काफिले में शामिल दो वाहनों में से एक को आतंकियों ने निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। हालांकि, इसमें किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। एयरफोर्स के प्रवक्ता ने एक्स पर कहा कि आतंकियों की ओर से काफिले पर शाहसितार इलाके में हमला किया गया। काफिला पूरी तरह सुरक्षित है। स्थानीय सैन्य इकाइयों की ओर से इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मामले की जांच जारी है।
सुरक्षाबलों ने हमला कर भागे आतंकियों की तलाश के लिए अभियान चलाया है। वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर डटे हुए हैं। पुंछ में पांच महीने के भीतर आतंकियों ने तीसरी बार सैन्य वाहनों को निशाना बनाया है। पुंछ शहर में संदिग्ध देखे जाने के बाद दो दिन से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। घात लगाए आतंकियों ने सैन्य वाहनों पर शाहसितार के पास हमला किया। एयरफोर्स के दो वाहन सुरनकोट इलाके के सनई टॉप लौट रहे थे। यहां पहले से घात लगाए बैठे आतंकियों ने वाहनों के पहुंचते ही एक वाहन को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की। वाहन के शीशे पर 14 से 15 गोलियों के निशान देखे जा सकते हैं। घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों को मौके पर भेजा गया है। अंधेरा होने की वजह से सुरक्षाबलों ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए पूरे इलाके को घेर रखा है।
ज्ञात हो कि इससे पहले आतंकियों ने 12 जनवरी को कृष्णा घाटी इलाके में सैन्य वाहनों को निशाना बनाया था, जिसमें चार जवान बलिदान हो गए थे। इससे पहले 22 दिसंबर 2023 को डेरा की गली इलाके में सैन्य वाहनों पर हमला किया गया था। अब यह तीसरा हमला है। इन तीनों हमलों में चार जवान बलिदान हो गए, जबकि कई जवान घायल हुए हैं।
पुंछ में दिसंबर से हुए तीनों हमलों की मॉडस ऑपरेंडी एक है। पहले से घात लगाए आतंकियों की ओर से शाम के वक्त सैन्य वाहनों पर हमले किए जा रहे हैं। यह हमले जंगल वाले इलाकों में हो रहा है। इसके बाद आतंकी भागकर जंगलों में छिप जा रहे हैं। अंधेरे का लाभ उठाकर आतंकी जंगल में दूर तक निकल जा रहे हैं।
पुंछ में पिछले 30 महीनों में आतंकियों की ओर से हमले की यह छठी घटना है। 2021 से शुरु हुई घटनाओं में अब तक 21 जवान बलिदान हो गए हैं। इन घटनाओं में कई जवान घायल भी हुए हैं।
- 11 अक्तूबर 2021: चमरेड इलाके में घात लगाकर जवानों पर हमला, जेसीओ समेत पांच बलिदान
-20 अक्तूबर 2021: भाटादूड़िया में सर्च ऑपरेशन के दौरान हमले में छह जवान बलिदान। डेढ़ माह तक जम्मू-पुंछ हाईवे को बंद कर चलाया गया तलाशी अभियान
-20 अप्रैल 2023: भाटादूड़िया इलाके में सैन्य वाहन को घेरकर पहले ग्रेनेड से हमला, फिर गोलाबारी, पांच जवान बलिदान
- 21 दिसंबर 2023: डेरा की गली सावनी इलाके में घात लगाकर सैन्य वाहनों में किए गए हमले में पांच जवान बलिदान, दो घायल
- 12 जनवरी 2024: कृष्णाघाटी के दराती में सैन्य वाहनों पर फायरिंग, नुकसान नहीं
- 04 मई 2024: पुंछ के सुरनकोट इलाके में एयरफोर्स के वाहनों पर हमला।
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