गढ़ी मेला जा रहे श्रद्धालुओं और एनजीओं सदस्यों के बीच हाथा-पाई
नोकझोक से शुरू हुआ मामला हाथपाई तक पहुँचा एसएसबी के पहल पर मामला हुआ शांत।
मोतिहारी (आरएनआई) मोतिहारी के घोड़ासहन स्थित इंडो नेपाल सीमा के झरौखर बॉर्डर से गढ़ी मेला जा रहे श्रदालुओं और एनजीओ सदस्यों के बीच जमकर बवाल है। मेला में चढ़ावे के लिए जा रहे है मवेशियों को पकड़ने को लेकर नोकझोक शुरू हुआ मामला हाथापाई तक जा पहुँचा। सदस्यों द्वारा नेपाल के गढ़ी मेला में जा रहे पशुओ को पकड़ने पर महिला श्रद्धालुओं से विवाद बढ़ गया। पकड़े गए मवेशियों के दर्जनों श्रद्धालु महिलाओ द्वारा भारत नेपाल बॉर्डर पर हंगमा किया। मामला गुरुवार देर संध्या की बतायी जा रही है। एसएसबी के बीच बचाव से मामला किसी तरह शांत कराया गया। करीब दर्जन भर महिलाएं एवं एनजीओ के सदस्यों के बीच हंगामा से शुरू हुआ विवाद हाथापाई तक जा पहुँचा। श्रदालुओं का कहना था कि हमलोगो का मवेशी मन्नत का है जिसको लेकर नेपाल (गढ़ी मेला) जा रहे थे। जिसे पकड़ लिया गया हमलोग का जो मवेशी पकड़ा गया है उसे आपस कर दिया जाए। हमलोग स्वत अपने घर लेकर चले जायेंगे। जबकि एनजीओ के सदस्य जब्त मवेशियों को थाना में भेजने के लिए अड़े हुए थे। तत्यपश्चात पिकउप भाड़े पर लेकर कुछ मवेशियों को थाना पर लाया गया। जबकि कुछ मवेशियों को श्रदालु कब्जे से छुड़ा कर नेपाल भागने में सफल रहा। उक्त मामले को लेकर झरौखर बॉर्डर पर करीब घण्टे भर तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा। थाना पर मवेशियों को लाने के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ।
सिकरहना डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि मवेशियों को जब्त कर थाना को सुपुर्द करने की प्रक्रिया है। बलि के लिए पशुओ की तस्करी पशु क्रूरता का मामला है। मामला संज्ञान में आया है।
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