ग्लेयरिंग पब्लिक स्कूल के ग्राउंड पर हुआ ड्रैगन फर्स्ट ताइक्वांडो एकेडमी का शुभारंभ
शाहजहाँपुर(आर एन आई) ग्लेयरिंग पब्लिक स्कूल हथोड़ा बुजुर्ग में ड्रैगन फर्स्ट ताइक्वांडो एकेडमी क्लासेस का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्कूल के डायरेक्टर आशुतोष शुक्ला व मनीषी ताइक्वांडो वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव डॉ पुनीत मनीषी के द्वारा फीता काटकर किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कि ताइक्वांडो एक कोरियन मार्शल आर्ट है जिसे विश्व में सबसे ज्यादा खेला जाता है और सबसे ज्यादा देशों में बड़े बूढ़े छात्र-छात्राएं इसका अभ्यास करते हैं ताइक्वांडो एक ऐसी विद्या है बिना हथियार लड़ने की कला को सिखाया जाता है ताइक्वांडो में सबसे ज्यादा पैरों का इस्तेमाल होता है तब उन खिलाड़ियों को मानना है कि हाथों के मुकाबले पैरों से किया गया बाहर अप्रत्याशित वार होता है जिसके करने से सामने वाले व्यक्ति को समझने वह संभलने का मौका नहीं मिल पाता है।
एसोसिएशन के महासचिव ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि ताइक्वांडो सीखने के बाद आप स्वयं एक हथियार के रूप में परिवर्तित होने लगेंगे ताइक्वांडो एक खेल विद्या है जिसमें आप अपनी आत्मरक्षा के साथ दूसरों की भी सुरक्षा कर सकते हैं यह एक लड़ाई का खेल नहीं है बहुत से लोग इसे लड़ाई का खेल कहते हैं लेकिन ऐसा कहीं भी नहीं है कोई खिलाड़ी इसको सीखने के बाद आपको कहीं भी लड़ता हुआ नहीं मिलेगा। ताइक्वांडो सीखने से आपके अंदर कॉन्फिडेंस लेवल में बढ़ोतरी होगी आप सामान्य लोगों की अपेक्षा ज्यादा एनर्जी वाले व्यक्ति होंगे ताइक्वांडो का खिलाड़ी हर समय चुस्त-दुरुस्त रहता है इसको सीखने से आप जनपद स्तर से निकलकर राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर तक के खिलाड़ी बन सकते हैं।
मनीषी ताइक्वांडो वेलफेयर एसोसिएशन उ.प्र. के महासचिव डॉ पुनीत 'मनीषी 'के संचालन में हुए कार्यक्रम में ड्रैगन फर्स्ट ताइक्वांडो अकैडमी के कोच आदित्य, एसोसिएशन के कोच नदीम अंसारी, कोच जैनब के अलावा तमाम खेल प्रेमी के साथ चाहत तमाम छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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