ग्राम पंचायतों में जमकर घालमेल, चाचौड़ा ओर आरोन जनपद में कागजों पर काम दिखा कर लाखों का गोलमाल, 200 से अधिक जॉब कार्डधारियो से कराई मजदूरी और डकार गए 70 लाख

Jan 25, 2023 - 19:30
Jan 25, 2023 - 20:32
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ग्राम पंचायतों में जमकर घालमेल, चाचौड़ा ओर आरोन जनपद में कागजों पर काम दिखा कर लाखों का गोलमाल, 200 से अधिक जॉब कार्डधारियो से कराई मजदूरी और डकार गए 70 लाख

गुना। कलेक्टर से लिखित में ग्रामीणों ने शिकायत कर कहा की फर्जी बिलों के जरिए लगा रहे हैं चपत,जिसका जमीनी हकीकत शून्य है, व इसका लाभ जनमानस को नही मिल रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि आरोन जिले की वह ग्राम पंचायत जहां एक सरकारी शिक्षक सरपंची कर रहा है, जबकि उस पंचायत की सरपंच हल्की बाई है। उसके कार्यकाल में पंचायत में जितने भी काम हुए, अधिकतर घटिया क्वालिटी के हुए हैं। खेल मैदान की जमीन पर गोशाला निर्माण किया गया है। निर्माण शुरू तो हुआ, लेकिन अधूरा ही छोड़ दिया गया, लेकिन इस निर्माण कार्य की राशि निकाल ली गई। महज 10-12 लाख रुपए का काम हुआ, लेकिन 25 लाख के बिल लगाए गए हैं। कुछ बिलों का भुगतान भी हो गया है। इंजीनियर से मूल्यांकन भी 25 लाख का करा लिया गया है।

जिले में अधिकतर ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव कागजों में ही निर्माण कार्य दिखाकर लाखों डकार रहे हैं। ऐसे दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। इनमें पहला मामला चांचौड़ा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत तलावड़ा मजरा सानई का है, जहां 20 कार्य ऐसे हैं जो हुए ही नहीं और उन्हें कागजों में काम बताकर लाखों रुपए निकल गए।

वहीं दूसरा मामला आरोन जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत झांझोन का है, जहां जॉब कार्डधारी मजदूरों से मजदूरी तो कराई, लेकिन उनकी मजदूरी का लगभग 70 लाख रुपए उन्हें दिए ही नहीं गए। ऐसे ही बमौरी और गुना जनपद की कई ग्राम पंचायत हैं, जहां निर्माण कार्य के नाम पर लाखों रुपए के वारे-न्यारे हो रहे हैं। कुल मिलाकर केन्द्र और प्रदेश सरकार की योजनाएं ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों और पंचायत विभाग के अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार हरी घास का ऐसा मैदान सिद्ध हो रहा है जहां करने देने की छूट है।

ग्राम पंचायत तलावड़ा मजरा सानई के रहने वाले देवीलाल ने पत्रिका को बताया कि उसके नाम से भूमि समतलीकरण का टीएस पूर्व सरपंच रामदयाल मीना और रोजगार सहायक हरिओम मीना द्वारा फर्जी तरीके से टीएस कराई गई है, इन्होंने उनको बताया भी नहीं और पैसा भी निकाल लिया है। ऐसे ही सानई ग्राम पंचायत में भी रोजगार सहायक हरिओम मीना के द्वारा फर्जी तरीके से वहां भी भूमि समतलीकरण की टीएस कराकर मेरे नाम से पैसा निकाल लिया।

चांचौड़ा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत तलावड़ा मजरा सानई के लोगों ने पत्रिका को बताया कि ग्राम पंचायत तलावड़ा में 20 ऐसे काम हैं, जो धरातल पर नहीं हुए, वे काम कागजों में दर्शाकर उनकी राशि निकाल ली गई है। लोगों के अनुसार, सार्वजनिक कूप निर्माण भगवती के मकान के पास बीच का पुरा कागजों में दिखाया गया है, लेकिन वहां कोई काम नहीं हुआ है। सार्वजनिक कूप शिव टेकरी के पास नहीं कराया गया है। स्टाप डेम निर्माण कार्य सोराम के खेत के पास यह काम नहीं हुआ। ऐसे ही दूसरे घोटाले हैं, जिनमें नवीन पोकर निर्माण कार्य वेंदाड़ा मोहल्ले के पास, दूसरा तेजाजी के स्थान के सामने का है, मौके पर जो काम कराया गया है, वह पड़ोस की पंचायत सानई ने बनाया है और पैसा पूर्व सरपंच रामदयाल मीना ने सचिव के जरिए निकाला है। नवीन पोकर निर्माण कार्य जमनालाल के खेत के पास कागजों में दिखाया है, जबकि यह काम 2002 में वाटर शेड से बना था, लेकिन इसका भी पैसा पूर्व सरपंच ने निकाल लिया।

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