गौ एवं संतों के सच्चे हितैषी थी संत प्रवर प्रभुदत्त ब्रह्मचारी - योगीराज देवदास महाराज
वृन्दावन। (आरएनआई) वंशीवट क्षेत्र स्थित संकीर्तन भवन में श्रीसंकीर्तन भवन धार्मिक न्यास ट्रस्ट (झूंसी) के तत्वावधान में ठाकुरश्री वंशीवट बिहारी गिरधारी लाल जू महाराज का अष्ट दिवसीय वार्षिक महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ चल रहा है।जिसके अंतर्गत प्रख्यात भागवताचार्य गोपाल भैया महाराज अपने श्रीमुख से सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को ब्रह्मलीन संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी महाराज के द्वारा रचित श्रीभागवत चरित कथा श्रवण करा रहे हैं।इसके अलावा श्रीहनुमंत आराधन मंडल के द्वारा सुन्दरकाण्ड का संगीतमय सामूहिक पाठ किया गया।
महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे ब्रह्मर्षि देवरहा बाबा समाधि स्थल आश्रम के अध्यक्ष योगीराज देवदास महाराज (बड़े सरकार) ने कहा कि परमपूज्य संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी महाराज गौ एवं संतों के सच्चे हितैषी थी।उनके द्वारा स्थापित श्रीधाम वृन्दावन का संकीर्तन भवन आश्रम संत सेवा, गौसेवा एवं निर्धन-निराश्रित सेवा का प्रमुख केंद्र है।उनके दिव्य परमाणु यहां आज भी सूक्ष्म रूप से विद्यमान हैं।पूज्य महाराजश्री की कृपा से यहां देश के विभिन्न प्रांतों से वैदिक संस्कृति की शिक्षा ग्रहण हेतु आने वाले ब्राह्मण बालकों को श्रीमद्भागवत, श्रीराम कथा व अन्य धर्म ग्रंथों का निःशुल्क पाठन व अध्ययन कराया जाता है।
इस अवसर पर मलूक पीठाधीश्वर जगद्गुरु द्वाराचार्य स्वामी राजेंद्रदास देवाचार्य महाराज, श्रीनाभापीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी सुतीक्ष्णदास देवाचार्य महाराज, श्रीसंकीर्तन भवन धार्मिक न्यास ट्रस्ट झूंसी, शाखा वृन्दावन के अध्यक्ष लक्ष्मी कुमार मेहता, महामंत्री श्रीमती रजनी मल्होत्रा, ट्रस्टी आचार्य विनय त्रिपाठी,वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, दाऊजी मन्दिर (बल्देव) के रिसीवर आर. के. पांडे, संयोजक आचार्य मंगेश दुबे, डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
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