गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया हुए भावुक, पिता माधवराव सिंधिया को लेकर सुनाया दिलचस्प किस्सा
गुना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना में एक सामाजिक कार्यक्रम के दौरान संबोधन के बीच भावुक हो गए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पिता माधवराव सिंधिया को याद करते हुए भावुक हो गए, उन्होंड बताया कि जब उनके पिता का देहावसान हुआ उस वक्त वह विदेश में थे ओर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था विदेश से वापस लौटने के बाद संकल्प लिया कि क्षेत्र में विकास कार्यों में कमी नहीं आने देंगे। उन्होंने पिता माधवराव से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा भी लोगो को सुनाया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंच से बयान देते हुए कहा कि बमोरी में लोग अपनी बेटियों की शादी नहीं करते थे, बेटियां देने के लिए लोग तैयार नहीं थे। मैंने संकल्प लिया और इसलिए बमोरी में सडके बिछाई। उपस्थित लोगों से सिंधिया ने कहा हम दिल से रिश्ता बनाते हैं,जहां लोगों का पसीना टपकेगा वहां मेरा खून टपकेगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया पिता माधवराव सिंधिया को याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि उनके पिता माधवराव सिंधिया के सामने उनकी बोलती बंद हो जाती थी। सिंधिया ने कहा कि उनके सामने अच्छे-अच्छे नेताओं की भी बोलती बंद हो जाती थी।
सिंधिया ने बताया कि एक बार पिता से हिम्मत कर के ज्योतिरादित्य ने सवाल कर लिया कि आखिर क्यों वे परिवार को समय नहीं देते। इस पर पिता माधवराव ने सिखाया कि परिवार मतलब चार दीवारी नहीं, बल्कि पूरा ग्वालियर-चंबल-मालवा संभाग है।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की तारीफ में भी कसीदे गढ़े, सिंधिया ने कहा शिवराज सिंह बेहद संतुलित इंसान हैं जो बेटियों और किसानों की चिंता करते हैं। किसानों के लिए ऐसी योजनाएं बनाई हैं जिससे वे आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
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