गुना के प्रसिद्ध टेकरी मंदिर डकैती का पर्दाफाश, राजस्थान के झालावाड जिले की कालबेलिया गैंग द्वारा दिया गया था डकैती की घटना को अंजाम
डकैती की बारदात में शामिल तीन आरोपी को गिरफ्तार कर, मंदिर से लूटा गया माल बरामद।
गुना (आरएनआई) उल्लेखनीय है कि 24-25 अगस्त की मध्यरात्रि में अज्ञात बदमाशों के द्वारा श्री हनुमान टेकरी मंदिर में घुसकर मंदिर के चौकीदार शिशुपाल यादव एवं बाबूसिंह यादव की मारपीट कर उन्हें बांधकर मंदिर में से भगवान हनुमान जी के, सिद्दबाबा के एवं दुर्गामाता के आभूषण, दानपात्र की राशि व चौकीदार शिशुपाल यादव का वीवो कंपनी का मोबाईल लूट लिया गया था । फरियादी शिशुपाल यादव की रिपोर्ट पर से थाना केंट में अज्ञात 06 आरोपियों के विरुद्ध अप.क्र. 836/2024 धारा - 332(बी), 310(2) बीएनएस के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था ।
गुना पुलिस अधीक्षक के द्वारा टेकरी मंदिर पर डकैती की उक्त वारदात को गंभीरता से लेते हुए तत्काल ही एसडीओपी राघौगढ़ श्रीमती दीपा डोडवे व प्रभारी नगर पुलिस अधीक्षक श्री भरत नोटिया के नेतृत्व में अज्ञात आरोपीयों की पतारसी हेतु एक विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया गया एवं आरोपीगण की गिरफ्तारी हेतु 30,000 रुपये का इनाम पुलिस महानिरीक्षक, ग्वालियर जोन से उदघोषित कराया गया एवं पुलिस महानिरीक्षक, ग्वालियर जोन के द्वारा भी तकनीकी सहयोग हेतु एक टीम लगाई गई।
आरोपीगण की पतारसी के लिए गठित एसआईटी को 04 टीमों में बांटा गया एवं सभी को अपना-अपना कार्य दिया गया। टीमों के द्वारा लगातार कड़ी मेहनत से विभिन्न मुखबिरों की सूचना एवं विभिन्न तकनीकी साधनों का प्रयोग करते हुए विभिन्न स्थानों पर लगे लगभग 500 कैमरों को चैक किया गया व घटना के समय सक्रिय मोबाईलों की जांच की गई। जिनसे प्राप्त जानकारी के आधार पर ग्राम बंदा जागीर के कुछ लोगों पर संदेह हुआ तो कुछ पुलिसकर्मियों को सादा ड्रेस में संदेहियों के गांव में आर्थिक सर्वे करने हेतु भेजा गया। जब संदेह यकीन में बदला तो ग्राम बंदा जागीर जिला झालावाड़ राजस्थान में कालबेलियों के टपरों पर दबिश दी गई जहां एक अधेड़ महिला तथा एक अधेड़ लकवाग्रस्त पुरूष मिले जिनसे पूछताछ की गई तो अधेड़ महिला शांति बाई पत्नि नारायण कालबेलिया ने बताया कि मेरे सात लड़के हैं सातों रात को ही अपनी पत्नि व बच्चो के साथ अचानक कहीं चले गए हैं जिनका उसे पता नहीं है। घर की तलाशी ली गई तो घर में हनुमान टेकरी मंदिर में डकैती डालते समय आरोपियो द्वारा धारण किए गए रैनकोट व अन्य सामान व कपडे मिले जिन्हें जप्त किया गया । इसके उपरांत शांति बाई को साथ लेकर पुलिस टीम चित्तोडगढ़ के लिए खाना हुई, रास्ते में चित्तोडगढ़़ से पहले रोड़ किनारे तीन पुरूष अपने परिवार के साथ बैठे थे जिन्हें देखकर महिला शांति बाई ने इशारा करके बताया कि ये मेरे बच्चे हैं तत्काल गाडी रोककर फोर्स के साथ दबिश दी गई तो एक व्यक्ति बाबूलाल कालबेलिया पकड़ में आया एवं अन्य आरोपी मौके से भागने में सफल रहे ।
उक्त संदेही बाबूलाल से पूछताछ की गई, पहले तो उसने घटना के बिषय में अनभिज्ञता जाहिर की, तब उसके बाएं पैर की उंगलियों का मिलान टेकरी के सीसीटीव्ही फुटेज से किया गया तो मंदिर के गर्भगृह में घुसने वाले एक आरोपी से मिल रहीं थी, उसे जब फुटेज दिखाकर पूछताछ की गई तो वह टूट गया तथा अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि हनुमान टेकरी में डकैती मैंने अपने पाँच भाईयों के साथ मिलकर डाली थी डकैती डालने से लगभग दस-बारह दिन पहले हमने अपने भाई हरि सिंह के साथ रमेश उर्फ शंकरनाथ को रैकी करने के लिए भेजा था । डकैती हम 05 भाईयों व हमारे एक रिश्तेदार बाबू पुत्र कानानाथ ने ही डाली थी, डकैती के समय रमेश उर्फ शंकरनाथ को हम नहीं ले गए थे। डकैती में जो चाँदी हम लूट कर लाए थे उनमें से कुछ चाँदी के आभूषणों की सुनार मोहित सोनी को घर बुलाकर गलवाकर हम ईंट बनवा लिए थे व बांकी को चपटा कर के सभी सामान घर के सामने बगीचे में एक गड्डा खोद कर गाङ दिया है। जिसके उपरांत उक्त आरोपी बाबूलाल के द्वारा उक्त गड्डे में से हनुमान टेकरी मंदिर में से लूटे गये हनुमान जी, सिद्द बाबा व दुर्गा मईया के आभूषण तथा एक चांदी की सिल्ली निकाल कर प्रस्तुत किया गया, जिसे जप्त किया गया ।
इसके उपरांत जब फोर्स अन्य आरोपीगण को तलाश करते हुए गुना के लिए रवाना हुआ, तभी रास्ते में कामखेड़ा में आरोपी बाबूलाल ने एक व्यक्ति को देखकर बताया कि यह शंकरनाथ उर्फ रमेश है जो हरिसिंह के साथ रैकी करने गया था। उक्त व्यक्ति शंकरनाथ उर्फ रमेश को तत्काल गिरफ्तार किया गया व थाना लाया गया ।
इसी क्रम में दिनांक 16 सितंबर 2024 को पुनः टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना पर से आरोपी सुनार मोहित पुत्र भेरूलाल सोनी उम्र 32 साल निवासी अकलेरा जिला झालावाड़ राजस्थान को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में अन्य 05 आरोपीगण हरिसिंह कालबेलिया, अभयसिंह कालबेलिया, भगवानसिंह कालबेलिया, साबिर कालबेलिया निवासीगण ग्राम बंदा जागीर थाना कामखेड़ा जिला झालावाड़ राजस्थान व बाबू पुत्र कानानाथ निवासी ग्राम गोविंदा थाना रामगंज मंडी जिला कोटा राजस्थान फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है ।
डकैती की उपरोक्त बारदात को अंजाम देने वाले उपरोक्त आरोपियों पर राजस्थान के विभिन्न थाना अंतर्गत चोरी, लूट, डकैती, मारपीट आदि कई धाराओं के अपराध पंजीबद्ध हैं । प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी बाबूलाल कालबेलिया पर 04 अपराध, प्रकरण में फरार आरोपियों भगवान सिंह पर 12 अपराध, शाबिर पर 03 अपराध, हरिसिंह पर 11 अपराध एवं अभय सिंह पर 07 अपराध दर्ज होना पाए गए हैं ।
टेकरी मंदिर डकैती की उपरोक्त बारदात का पर्दाफाश करने एवं आरोपीगण की गिरफ्तारी व लूटे गए माल की बरामदगी करने में एसडीओपी राघौगढ़ श्रीमती दीपा डोडवे, नगर पुलिस अधीक्षक श्री भरत नोटिया, थाना प्रभारी कैंट निरीक्षक अनूप भार्गव, निरीक्षक दिलीप राजौरिया, प्रभारी रेडियो निरीक्षक विकास उपाध्याय, निरीक्षक अरविन्द शर्मा (अंगुल चिह्न), उपनिरीक्षक प्रभात कटारे, उपनिरीक्षक जगदीश जाटव, उपनिरीक्षक चंचल तिवारी, सउनि अनिल कदम, सउनि भूपेन्द्र सेंगर(सीसीटीव्ही), प्रधान आरक्षक महेन्द्र सिंह कुशवाह, प्रधान आरक्षक राहुल भदौरिया, प्रधान आरक्षक बृजेश त्यागी, प्रधान आरक्षक राजीव शुक्ला (ग्वालियर), आरक्षक धीरेन्द्र गुर्जर, आरक्षक नीलेश रघुवंशी, आरक्षक राजीव रघुवंशी, आरक्षक जितेन्द्र वर्मा, आरक्षक नवदीप अग्रवाल, आरक्षक विनीत शर्मा, आरक्षक आदित्य सिंह कौरव, आरक्षक अमित जाट (राघौगढ), आरक्षक देवेन्द्र नरूका (जामनेर), आरक्षक रत्नेश राजावत (ग्वालियर), आरक्षक संजय जाट, आरक्षक गौरीशंकर सांसी, आरक्षक धीरेन्द्र राजावत, आरक्षक कुलदीप भदौरिया (सायबर) सेल), आरक्षक धर्मेन्द्र रघुवंशी, महिला आरक्षक रक्षा कंवर, आरक्षक राजीव सेन, आरक्षक माखन चौधरी, आरक्षक अर्जुन यादव, आरक्षक भानू रघुवंशी, आरक्षक शिवकुमार रघुवंशी, आरक्षक रानू रघुवंशी, आरक्षक राजकुमार रघुवंशी, आरक्षक ओमचरण कुशवाह (सीसीटीव्ही), आरक्षक राजेश जाटव(सीसीटीव्ही) एवं सागर आस्के की सराहनीय भूमिका रही है।
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