गिरिराज गोवर्धन साक्षात भगवान श्रीकृष्ण के ही स्वरूप : स्वामी रामप्रपन्नाचार्य महाराज
वृन्दावन। राम नगर कॉलोनी स्थित आचार्य कुटी में चल रहे होली महोत्सव के अंतर्गत श्रीमदभागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ में भक्तों-श्रद्धालुओं को श्रीगिरिराज गोवर्धन की महिमा बताते हुए प्रख्यात संत श्रीमज्जगद्गुरु स्वामी रामप्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि गिरिराज गोवर्धन महाराज साक्षात भगवान श्रीकृष्ण के ही प्रतिरूप हैं। उनमें और श्रीकृष्ण में कोई भेद नहीं है। वस्तुत: भगवान श्रीकृष्ण ने प्रकृति के संरक्षण करने के लिए ही गिरिराज पूजा की लीला की थी। जिससे कि लोग प्रकृति के महत्व को जानें और उसकी उपयोगिता का सही से पालन करें।
उन्होंने कहा कि ब्रज की पावन भूमि पर त्रिदेव पर्वत रूप में विद्यमान हैं। जो कि बरसाना में ब्रह्मगिरि (ब्रह्मदेव), नंदगांव में नंदीश्वर पर्वत (महादेव) एवं गोवर्धन में गिरिराज पर्वत (भगवान विष्णु) के स्वरूप हैं। इनकी पूजा व परिक्रमा करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ सिद्ध होते हैं। इसीलिए गिरिराज गोवर्धन ब्रजवासियों के इष्टदेव हैं।
इस अवसर पर शरणागति आश्रम के महंत बिहारीदास भक्तमाली, मधुसूदनाचार्य ब्रह्मचारी, श्रीराम कथा के प्रख्यात प्रवक्ता भानुदेवाचार्य महाराज, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ, वरिष्ठ पत्रकार आचार्य महेश भारद्वाज, डॉ. राधाकांत शर्मा, जीतू पांडे, आचार्य ईश्वरचंद्र रावत आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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