गिरिराज गोवर्धन भगवान श्रीकृष्ण के ही प्रतिरूप हैं : पंडित राधेश्याम शास्त्री
वृन्दावन।रुक्मणि विहार क्षेत्र स्थित दिल्ली श्रीधाम में चल रहे सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ महोत्सव में गिरिराज लीला प्रसंग की कथा श्रवण कराते हुए प्रख्यात भागवताचार्य पंडित राधेश्याम शास्त्री ने कहा कि गिरिराज गोवर्धन महाराज साक्षात भगवान श्रीकृष्ण के ही प्रतिरूप हैं।उनमें और श्रीकृष्ण में कोई भेद नहीं है।वस्तुत: भगवान श्रीकृष्ण ने प्रकृति का संरक्षण करने के लिए ही गिरिराज पूजा की लीला की थी।जिससे कि लोग प्रकृति के महत्व को जानें और उसकी उपयोगिता का सही से पालन करें।
उन्होंने कहा कि ब्रज की पावन भूमि पर त्रिदेव पर्वत रूप में विद्यमान हैं। जो कि बरसाना में ब्रह्मगिरि (ब्रह्मदेव), नंदगांव में नंदीश्वर पर्वत (महादेव) एवं गोवर्धन में गिरिराज पर्वत (भगवान विष्णु) के स्वरूप हैं।इनकी पूजा व परिक्रमा करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ सिद्ध होते हैं।इसीलिए गिरिराज गोवर्धन ब्रजवासियों के इष्टदेव हैं।
इस अवसर पर आयोजन के मुख्य यजमान कोलकाता के प्रमुख समाजसेवी व उद्योगपति संत कुमार अग्रवाल, श्रीमती शारदा देवी, मोनल अग्रवाल,सुमित अग्रवाल(कोलकाता),वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी,आचार्य लक्ष्मीनारायण शर्मा, डॉ. राधाकांत शर्मा, आचार्य करुणाशंकर शर्मा,पंडित वेदप्रकाश गौतम,स्वामी पूरनलाल शर्मा, स्वामी मनोज शर्मा,पंडित बलदेव शर्मा,सुनील दादा (बंसी वाले),पंडित गोपाल भैया,विनोद अग्रवाल आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के सैकड़ों भक्त श्रद्धालु कथा श्रवण कर रहे हैं।
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