गाजा में हमले में पत्रकार ने खोया पूरा परिवार
वाएल अल-दहदौह गाजा पट्टी में अल जजीरा के ब्यूरो प्रमुख हैं और हाल ही में एक हमले में घायल भी हुए थे। युद्ध के शुरुआती हफ्तों में एक अलग इस्राइली हमले में पत्नी और दो बच्चों खो चुके थे। अब उन्होंने अपना एक और बेटा खो दिया।
यरुशलम (आरएनआई) हमास और इस्राइल के बीच तीन माह से अधिक समय से जंग जारी है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के हजारों लोगों की मौत हो गई है। जहां इस्राइल ने हमास को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया है। वहीं, अब आतंकी समूह भी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। फिलहाल न तो जंग की रफ्तार कम हो रही है और न ही लोगों की जान की परवाह की जा रही है। इस बीच, इस्राइली सेना के हवाई हमले में गाजा में दो पत्रकारों के मारे जाने की खबर से पूरा देश सन्न हैं। हमले में अल जजीरा के रिपोर्टर वाएल अल-दहदौह के एक और बेटे हमजा वाएल दहदौह की मौत हो गई। इससे पहले, अक्तूबर में हमले में उन्होंने अपनी पत्नी, एक बेटा, बेटी और पोते को खो दिया था। अपनों को खोने के बाद से वाएल अल-दहदौह सदमे में हैं। कतार मीडिया ने मौतों को टारगेट किलिंग बताया है।
हमास के कब्जे वाले गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दावा किया गया है कि इस्राइली हवाई हमले में फलस्तीनी क्षेत्र में दो पत्रकार मारे गए हैं। मंत्रालय और डॉक्टरों ने दावा किया कि वीडियो स्ट्रिंगर मुस्तफा थुरिया और अल जजीरा टेलीविजन नेटवर्क के पत्रकार हमजा वेल दहदौह की उस समय हत्या कर दी गई, जब वे एक कार से कहीं जा रहे थे। वहीं, अल जजीरा ने बताया कि उनके दो पत्रकारों की हमलों में मौत हो गई। जबकि एक स्वतंत्र पत्रकार हजेम रजब गंभीर रूप से घायल हैं।
हमजा के पिता वाएल अल-दहदौह गाजा पट्टी में अल जजीरा के ब्यूरो प्रमुख हैं और हाल ही में एक हमले में घायल भी हुए थे। युद्ध के शुरुआती हफ्तों में एक अलग इस्राइली हमले में उनकी पत्नी और दो बच्चों के मारे जाने के बाद वह घायल हो गए थे। वहीं थुरिया ने 2019 से एएफपी के साथ काम किया है। बता दें, अभी तक हमास-इस्राइल युद्ध में कतार से संबंधित चैनल अपने तीन पत्रकारों को खो चुका है। पिछले साल दिसंबर में एक हमले में कैमरामैन समीर अबू डक्का की मौत हुई थी।
अल जजीरा से बात करते हुए अल-दहदौह ने कहा था, 'जो हुआ वह स्पष्ट है। यह बच्चों, महिलाओं और नागरिकों पर लक्षित हमलों की एक श्रृंखला है। मैं ऐसे ही एक हमले के बारे में यरमौक से रिपोर्ट कर रहा था तभी इस्राइली सेना ने नुसीरात सहित कई क्षेत्रों को निशाना बनाया। मुझे लग रहा था कि सेना इन लोगों को दंडित किए बिना जाने नहीं देगी और दुख की बात है कि वही हुआ।
अल जजीरा से जुड़े एक यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में वाएल अल-दहदौह को अपने बेटे के शव के पास रोते हुए और उसका हाथ पकड़े हुए दिखाया गया है। अपने बेटे को दफनाने के बाद उन्होंने कहा कि गाजा में पत्रकार अपना काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को यह देखने की जरूरत है कि यहां क्या हो रहा है।
न्यूयॉर्क स्थित पत्रकारों की सुरक्षा समिति के अनुसार, सात अक्टूबर को इस्राइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से 31 दिसंबर तक कम से कम 77 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे गए थे। उन 77 में से 70 फलस्तीनी, चार इस्राइली और तीन लेबनानी थे।
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