गाजा पर हमलों के लिए इस्राइल ने एआई तकनीक का किया इस्तेमाल, रिपोर्ट में लगाए गए गंभीर आरोप
रिपोर्ट के अनुसार, जिस एआई सिस्टम का इस्तेमाल इस्राइली सेना द्वारा किया जा रहा है, उसे लैवेंडर के नाम से जाना जाता है। लैवेंडर के साथ ही कई अन्य एआई सिस्टम का भी इस्तेमाल टारगेट को पहचानने के लिए किया जा रहा है।
तेल अवीव (आरएनआई) इस्राइल सेना पर आरोप लगे हैं कि वह गाजा में हमले के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। एक रिपोर्ट में ये खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एआई तकनीक से हुए हमलों में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की मौत हुई। यह रिपोर्ट बीते हफ्ते प्रकाशित हुई है, जिसे इस्राइली और फलस्तीनी पत्रकारों द्वारा संचालित की जाने वाली एक मैग्जीन में प्रकाशित किया गया है।
इस रिपोर्ट में इस्राइली खुफिया एजेंसी के छह अनाम सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जिस एआई सिस्टम का इस्तेमाल इस्राइली सेना द्वारा किया जा रहा है, उसे लैवेंडर के नाम से जाना जाता है। लैवेंडर के साथ ही कई अन्य एआई सिस्टम का भी इस्तेमाल टारगेट को पहचानने के लिए किया जा रहा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि एआई सिस्टम की मदद से कई संदिग्ध आंतकियों की पहचान की गई और उन्हें निशाना बनाया गया। जब इन संदिग्धों को निशाना बनाया गया तो रिपोर्ट में दावा है कि उस वक्त कई अपने घरों में मौजूद थे। इससे हमलों में आम नागरिकों की मौतें हुईं।
हालांकि इस्राइली सेना ने इन दावों को खारिज कर दिया है। इस्राइली सेना का कहना है कि आतंकियों को पहचानने में किसी एआई तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इस्राइली सेना ने कहा कि लैवेंडर कोई एआई सिस्टम नहीं है बल्कि सिर्फ एक डाटाबेस है, जिसका इस्तेमाल खुफिया सूचनाओं की पुष्टि के लिए होता है। हालांकि साल 2021 में इस्राइली मीडिया की खबरों में बताया गया था कि इस्राइली सेना में एआई तकनीक का इस्तेमाल शुरू हो गया है।
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