केंद्र के साथ तीसरे दौर की बातचीत आज, पंजाब में रेल ट्रैक पर बैठे किसान
किसानों के दिल्ली कूच का आज तीसरा दिन है। मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर हुए बवाल के बाद बुधवार को भी तनाव की स्थिति बनी रही। शाम को तय हुआ कि गुरुवार शाम पांच बजे एक बार फिर केंद्र किसानों से बात करेगा। तब तक किसानों ने आगे न बढ़ने का निर्णय लिया है।
चंडीगढ़ (आरएनआई) करनाल में किसान आंदोलन के कारण लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है। जिसकी वजह से यात्रियों को दिल्ली में प्रवेश करने में देरी का सामना करना पड़ा रहा है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि हमारी मांगें 'पुनरावृत्ति' नहीं बल्कि हमारे लिए जीवन और मृत्यु का मामला है। हम अपनी बात मंत्रियों के सामने रखेंगे।
हाईवे बंद होने से दिल्ली से आने वाले उद्योगपति व कर्मी गांवों के रास्ते आ रहे है। दिल्ली में कार्यरत सोनीपत के सरकारी विभागों के कर्मियों को भी परेशानी हो रही है। सोनीपत शहर में रहने वाले अधिकारी व कर्मचारी ट्रेन का सहारा लेकर दिल्ली जा रहे है। हाईवे से सटे गांवों में रहने वालों को मुसीबत हो रही है। उन्हें अपने वाहनों में गांवों की गलियों से होकर गुजरना पड़ रहा है।
गुरुवार तड़के केजीपी-केएमपी जीरो प्वाइंट पर नाका लगाए खड़ी पुलिस टीम को कार चालक ने टक्कर मार दी। पुलिस टीम ने एक तरफ कूदकर जान बचाई। जिसमें एक होमगार्ड जवान घायल हो गया। कार सवार पटरी से टकरा गए। कार सवार तीन युवक शराब के नशे मिले। उनके खिलाफ राई थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि तीन मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। ये मांगें हैं-एमएसपी की कानूनी गारंटी, कर्जमाफी और बिजली अधिनियम रद्द करना। राज्य की सीमा पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती, पुलिस की कार्रवाई और ड्रोन के इस्तेमाल पर भी पंधेर ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं, तो बलप्रयोग क्यों किया जा रहा है।
करीब 25 हजार किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं, फिलहाल कूच रोक दिया है। वहीं आज भाकियू एकता उगराहां ने पंजाब में ट्रेनें रोकने का एलान किया है। इसके अलावा एसकेएम की करीब 34 जत्थेबंदियों ने 15 फरवरी को सुबह 11 से 2 बजे तक टोल फ्री कराने की घोषणा की है।
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि आज हमारी मंत्रियों के साथ बैठक है और हम चाहते हैं कि पीएम मोदी उनसे बातचीत करें ताकि हम अपनी मांगों के समाधान तक पहुंच सकें। हमें दिल्ली में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। हम आज पूरी तरह से सकारात्मक मूड में बैठक में शामिल होने जा रहे हैं और हमें पूरा विश्वास है कि इस बैठक से कोई सकारात्मक समाधान निकलेगा।
बैठक में तीन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय शामिल होंगे। पहले यह बैठक बुधवार शाम को ही प्रस्तावित थी। इसमें केंद्र के प्रतिनिधि ऑनलाइन जुड़ने थे। मगर इसे बाद में वीरवार के लिए निर्धारित कर दिया गया।
पंजाब के किसान दिल्ली कूच पर अड़े हैं। दो दिन से वे हरियाणा की सीमाओं पर डटे हैं। केंद्र सरकार से दो बार वार्ता विफल होने के बाद किसानों और केंद्र सरकार के बीच अब गुरुवार को चंडीगढ़ में शाम पांच बजे तीसरे दौर की बातचीत होगी।
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