किडनैपिंग की दहशत: सुनील पाल ने बयां किया गाड़ी में बैठने का डर
कॉमेडियन सुनील पाल के किडनैपर्स पकड़े गए हैं। अपने अपहरण के लगभग 1 महीने बाद सुनील पाल ने इस पूरे मामले को लेकर बात की है। सुनील पाल ने कहा कि अपहरण के बाद उन्हें आज भी गाड़ी में बैठने से डर लगता है।
नई दिल्ली (आरएनआई) मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल उनकी किडनैपिंग की वजह से पिछले एक महीने से सुर्खियों में बने हुए हैं। उनके किडनैपर्स में से एक का एनकाउंटर हो चुका है, तो दूसरे ने खुद ही अपने आप को पुलिस में सरेंडर कर दिया है। भले ही सुनील पाल को किडनैप करने वाले अब पुलिस की हिरासत में हो, लेकिन इस घटना का डर आज भी सुनील के दिल में बना हुआ है। सुनील पाल ने बताया कि आज भी वो गाड़ी में बैठने की हिम्मत नहीं कर पाते। वो ज्यादातर खुली ऑटो में घूमते हैं। लेकिन गाड़ी में बैठने से उन्हें डर लगता है।
सुनील पाल ने अपने डर के पीछे की वजह बताते हुए कहा, उन किडनैपर्स ने मुझे कहा था कि हरिद्वार में एक इवेंट है और उस इवेंट के लिए आपको आना है। मैं भी हरिद्वार का नाम सुनकर तुरंत मान गया था। एडवांस पैसे मिलने के बाद हमने डील कंफर्म की और फिर जब मैं दिल्ली पहुंचा तब उन्होंने मुझे कहा कि दूसरे टोल पर आपकी गाड़ी हम बदलेंगे और आपका पूरा पेमेंट भी आपको एडवांस में मिल जाएगा। मैं खुश हुआ। जब मैं उस गाड़ी में जाकर बैठा, तब उन्होंने गाड़ी को एक सुनसान रास्ते पर रोका और वहां एक लाल रंग की छोटी गाड़ी थी, उस गाड़ी से 3-4 गुंडे जैसे दिखने वाले लोग उतरे, उन्होंने मेरी आंखों पर पट्टी बांधी और मुझे एक छोटे से कमरे में बंद कर दिया। वहां उन्होंने मुझे खूब डराया, उन्होंने मुझे ये भी कहा कि उनके पास जहर का इंजेक्शन है। मुझे डराने के बाद उन्होंने मुझसे 20 लाख रुपये मांगे।
सुनील पाल ने कहा कि जब उन्होंने मुझसे 20 लाख रुपये मांगे, तब मैंने उनसे कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। फिर उन्होंने रकम कम की। आखिरकार उन्होंने मुझसे कहा कि 10 लाख रुपये मुझे उन्हें देने ही होंगे, वरना वो मुझे मार डालेंगे। उनकी इस धमकी के बाद मैंने अपने दोस्तों को फोन किया, उनसे पैसे मांगे, मैं मेरे अकाउंट में आए हुए पैसे किडनैपर्स के अकाउंट में ट्रांसफर कर रहा था। लेकिन मेरे एक दोस्त को शक हुआ, उसने देखा कि मैं कॉल नहीं उठा रहा हूं, तब उसने मेरी बीवी को कॉल किया। जब बात पुलिस तक पहुंची और मेरे नंबर पर पुलिस के फोन आने लगे, तब ये किडनैपर्स डर गए।
आगे सुनील पाल बोले, आखिरकार उन्होंने 8 लाख में ही मुझे छोड़ दिया। घर जाने के लिए उनकी तरफ से मुझे 20 हजार रुपये भी दिए गए। लेकिन जेब में पैसे होने के बावजूद मैं गाड़ी या कैब करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। मैंने ऑटो पकड़ा और जैसे-तैसे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। मैं मुंबई पुलिस के साथ-साथ किडनैपर्स को पकड़ने के लिए योगी सरकार का शुक्रगुजार रहूंगा। लेकिन आज भी मुझे गाड़ी में बैठने से डर लगता है। जब भी गाड़ी दिखती है, दिमाग में किडनैपिंग की यादें ताजा हो जाती हैं।
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