कांग्रेस सरकार में असामाजिक तत्वों को मिल रहा समर्थन-बसवराज बोम्मई
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, 'सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है। शिवमोगा एक संवेदनशील शहर है और अतीत में (तनाव के) कई उदाहरण सामने आए हैं। ऐसा लगता है कि इस तरह के धार्मिक आयोजन के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए गए।
बेंगलुरु, (आरएनआई) कर्नाटक के शिवमोगा जिला मुख्यालय में रविवार शाम पथराव की घटना के एक दिन बाद भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाने में विफल रहने का आरोप लगाया। शिवमोगा की संवेदनशील प्रकृति की ओर इशारा करते हुए विपक्षी दल के नेताओं ने सवाल किया कि कोई एहतियाती कदम क्यों नहीं उठाए गए और पूछा कि ईद मिलाद जुलूस के दौरान ऐसी घटना क्यों हुई, जबकि हाल ही में गणेश विसर्जन और जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से हुए थे।
सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है। शिवमोगा एक संवेदनशील शहर है और अतीत में (तनाव के) कई उदाहरण सामने आए हैं। ऐसा लगता है कि इस तरह के धार्मिक आयोजन के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए गए हैं।' बेंगलुरु में संवाददाताओं से बात करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि इस तरह की घटनाएं आमतौर पर शिवमोगा के तीन पुलिस थाना क्षेत्रों में होती हैं, जहां एहतियात के तौर पर कुशल अधिकारियों को तैनात किया जाना चाहिए था। अगर ऐसा नहीं होता है, तो ऐसी घटनाएं होती हैं।
जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है, असामाजिक तत्वों को समर्थन मिल रहा है।' बोम्मई ने कहा कि हर गांव, तालुक और जिले में 'माफिया' की अवैध गतिविधियां बड़े पैमाने पर हो रही हैं, जिसे नियंत्रित करने में यह सरकार विफल रही है।' उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद से जुड़े स्लीपर सेल के सदस्यों को पहले भी शिवमोगा से गिरफ्तार किया जा चुका है।
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने आरोप लगाया कि पथराव के पीछे धार्मिक कट्टरपंथी ताकतों का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईद मिलाद जुलूस के नाम पर हिंदुओं के घरों और संपत्तियों पर हमला किया गया और लूटपाट की गई। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जाने की घटनाएं हुईं और कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई, जिसके कारण 'कट्टरपंथी ताकतें फिर से उभर रही हैं। उन्होंने शिवमोगा में चल रही कथित 'आतंकी गतिविधियों' का भी जिक्र किया और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने के लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना की।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष और शिकारीपुरा के विधायक बी वाई विजयेंद्र ने यह भी कहा कि हाल ही में शिवमोगा में बड़े पैमाने पर गणेश विसर्जन कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किए गए थे। उन्होंने दोषियों के खिलाफ 'सख्त और कठोर कार्रवाई' की मांग की और बाहरी लोगों की संभावित संलिप्तता की गहन जांच की मांग की, जैसा कि शिवमोगा के भाजपा विधायक एस एन चन्नबसप्पा ने आरोप लगाया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा शिवमोगा के एक अस्पताल में पथराव में घायल हुए लोगों से मिलने पहुंचे। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि कल जुलूस के दौरान तलवारें चलाई गईं और पूछा, 'वे किसे चेतावनी देने की कोशिश कर रहे थे? पुलिस ने उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की।
गृहमंत्री जी परमेश्वर पर उनके उस बयान के लिए निशाना साधते हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें पथराव की घटना के अलावा तलवार या किसी हथियार के चलने के बारे में कोई जानकारी या रिपोर्ट नहीं मिली है, ईश्वरप्पा ने कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और 'मुसलमानों के गुलामों की तरह व्यवहार करने' का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया कि हिंदू समुदाय को 'भड़काने' के लिए विभिन्न स्थानों पर 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान और अन्य के बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए थे। उन्होंने कहा, 'पथराव में एक भी हिंदू युवक शामिल नहीं था... काले कपड़े और मास्क पहने लोगों ने हिंदुओं के घरों पर चुन-चुन कर हमला किया।' पुलिस ने बताया कि शिवमोगा के रागी गुड्डा इलाके में ईद मिलाद जुलूस के दौरान तनाव और पथराव की कथित घटनाओं के बाद स्थिति अब शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।
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