कांग्रेस प्रत्याशियों की नब्ज़ टटोलने आए प्रदीप टम्टा
घृणा नफरत खत्म करने पूरे देश की निगाहें मध्यप्रदेश पर
गुना। भारतीय लोकतंत्र चुनौतीपूर्ण दौर में है। हमारे संविधान पर कुठाराघात हो रहा है। वह भारत जो सबका भारत था उसे कुछ चुनिंदा लोगों का भारत बनाने की कोशिश की जा रही है। हमारा हजारों वर्षों का इतिहास है। जिसमें दुनिया के कोने-कोने से लोग आए और भारत की मिट्टी ने उनका गले लगाकर स्वागत किया। सौ-दो सौ साल या हजार साल की बात नहीं है। यह उससे भी ज्यादा की बात है। अंग्रेजों के अलावा जो भी आएं उसने भारत को अपना माना। आज भारत की महान सभ्यता पर हमला किया जा रहा है। हमें चुनाव तो जीतना ही जीतना है। पूरे देश की निगाह मप्र पर है। हिमाचल से जो हवा चली है कि धर्म के नाम पर, नफरत-घृणा के नाम पर जो सांप्रदायिक राजनीति चल रही है उसको जवाब देने का समय आ गया है। राहुल गांधी का नारा है दिल को दिल से जोड़ों, नफरत को त्यागो। दक्षिण भारत कर्नाटक से भी यही आवाज आई। कर्नाटक चुनाव में भी कभी धर्म तो कभी हनुमान जी के नाम पर बांटने की कोशिश की। पूर्व में बनी कर्नाटक की सरकार भी जनमत से नहीं बनी थी। मप्र की तरह लोकतंत्र की हत्या करके वहां भी सरकार बनी थी। मप्र भारत की दिल की धडक़न है। यहां से भी यही आवाज देशभर में जाना चाहिए। हमारी पहचान सिर्फ हाथ का पंजा है। लगभग पन्द्रह-बीस साल से इनकी सरकार है। क्या हाल कर दिया है प्रदेश का।
पिछली बार मजदूर, नौजवान और किसान विरोधी भ्रष्ट भाजपा की सरकार को जनता ने उखाड़ फेंका था। लेकिन इन्होंने जनता के जनमत को हड़पने की साजिश रची। छल, बल, और पैसे की दम पर मप्र में सत्ता हड़पी। इन्होंने सवाल उठाए किसान, मजदूर क्यों पलायन को मजबूर हैं। आज गुना सहित प्रदेश में कोई उद्योग नहीं दिखाई देता। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है जब अमेरिका दौरे के दौरान पीएम के सामने ही अमेरिका का कोई पूर्व राष्ट्रपति देश में हो रहे अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार और उत्पीडऩ की बात करता है। ऐसा कभी पहले नहीं हुआ।
उन्होंने टिकट मांगने वाले दावेदारों को अपने-अपने मंडल और क्षेत्रों में सक्रिय रहकर कांग्रेस की ताकत बढ़ाने की बात कही। उन्होंने टिकट के उम्मीदवारों और उनके समर्थकों से वन टू वन अलग कमरे में बुलाकर चर्चा की तथा उनकी रणनीति जानने का प्रयास किया। सभी उम्मीदवारों के बॉयोडाटा लेने के बाद उन्होंने शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराने की बात कही।
बमौरी में कार्यक्रम का संचालन विश्वनाथ तिवारी ने किया। वहीं गुना में संचालन शेखर वशिष्ट द्वारा किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस प्रभारी राघवेन्द्र शर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष मेहरबान सिंह धाकड़, जिले के शहर अध्यक्ष हरिशंकर विजयवर्गीय, केएल अग्रवाल,सुमेरसिंह, नुरुलहसन नूर, विश्वनाथ तिवारी, मानसिंह परसौदा, राजेन्द्र तिवारी, मुरारीलाल धाकड़, शेखर वशिष्ठ, दीपेशपाटनी, सीमा यादव, मनीष रघुवंशी, फतेहगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष महाराज सिंह, म्याना ब्लॉक अध्यक्ष पवन रघुवंशी जमरा सिरसी ब्लॉक अध्यक्ष रमेश पटेलिया, झागर ब्लॉक अध्यक्ष लेखराज लोधा, राघवेंद्र शर्मा, कैलास नारायण भार्गव, बीटू रघुवंशी, प्रशान्त शर्मा, राजू बना, ओमप्रकाश शर्मा, फलेषु सिसोदिया, प्रमोद रघुवंशी, उषा विजयवर्गीय, गीता धाकड़, सत्येंद्र जैन, रोहित जंडेल, विक्रम तोमर, नरेंद्र सोनवार, नरेंद्र कुशवाह, महेश कुशवाह, तरुण सेन, बनवारीलाल ओझा, खालिद बंटी, महेंद्र सिंह राजपूत, हर्ष मेर आनंद सक्सेना, राजू कोरी, मनीष रजक, महेंद्र त्रिवेदी, कमलेश कुशवाह, विक्की चंदेल, धर्मेंद्र धाकड़ गौतम यादव विक्की नरवारे उमा शंकर महाराज लखन गिरी गोस्वामी सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बमौरी से दावेदारी प्रस्तुत करने वालो में
सुमेरसिंह गढ़ा
मानसिंह परसौदा
मुरारीलाल धाकड़
ऋषि अग्रवाल
हेमराज सिंह ख्यावदा
ओमप्रकाश त्रिपाठी
प्रकाश सिंह धाकड़
वीरेंद्र सिंह सिसौदिया प्रमुख हैं
गुना से दावेदारी करने वालो में
हरिओम खटीक
वीरू खटीक
अशोक पालिया
मीना पालिया
मोहन रजक
कन्हैयाराम अहिरवार
लालजीराम जाटव
बिंदु सिंह
पंकज कनेरिया
राजू जाटव
रामवीर जाटव
पार्वती अहिरवार
हीरालाल अहिरवार
रेखा वाल्मीकि
रामस्वरूप जाटव
नरेन्द्र सोनवार
हेमंत दामले
प्रमुख हैं।
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