कस्टमाइज सॉफ्टवेयर से आई क्रांति : डॉ० शिल्पी सक्सेना
शाहजहांपुर (आरएनआई) एस० एस० कॉलेज के वाणिज्य विभाग में चल रही कार्यशाला के तीसरे दिन मुख्य अतिथि सूचना प्रौद्योगिकी की विशेषज्ञ डॉ० शिल्पी सक्सेना ने कहा कि कंप्यूटर में दो प्रकार के सॉफ्टवेयर प्रयोग किए जाते हैं जिन्हें सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के नाम से जाना जाता है। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में वर्ड प्रोसेसिंग, स्प्रेडशीट, पीपीटी प्रेजेंटेशन, डी०बी०एम०एस० आदि आते हैं जिनका प्रयोग विभिन्न प्रकार के अभिलेख तैयार करने के लिए किया जाता है किंतु जब से कस्टमाइज्ड सॉफ्टवेयर बने हैं तब से कॉमर्स तथा मार्केटिंग के क्षेत्र में क्रांति आ गई है। इन सॉफ्टवेयर के द्वारा लेखांकन करना और उपभोक्ताओं को कम समय में तथा कम लागत पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि कस्टमाइज्ड सॉफ्टवेयर के द्वारा ही ई-टिकट, ई-शॉपिंग, ई-बैंकिंग आदि संभव हुए हैं तथा इन क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर खुले हैं। अतः छात्रों को कस्टमाइज्ड सॉफ्टवेयर की दक्षता हासिल करके स्वरोजगार के क्षेत्र में कदम बढ़ाना चाहिए। डॉ० शिल्पी के उद् बोधन के पश्चात बृजलाली ने कंप्यूटर लैब में छात्रों को एक्सेल पर बिल, बीजक, स्टॉक-रजिस्टर आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया। डॉ० रूपक श्रीवास्तव के संचालन में हुए कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष डॉ० अनुराग अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रशिक्षार्थियों के अतिरिक्त डॉ० देवेंद्र सिंह, डॉ० गौरव सक्सेना, डॉ० सचिन खन्ना, डॉ० अखंड प्रताप सिंह आदि शिक्षक भी उपस्थित रहे।
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