कमला हैरिस ने ट्रंप की बढ़ाई मुश्किलें, अहम राज्यों में बढ़त हासिल की
कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बने एक महीने से भी कम समय हुआ है। जब से निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने चुनावी दौड़ से हटने का फैसला लिया, तब से हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त को लगभग खत्म कर दिया है।
वॉशिंगटन (आरएनआई) अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट्स की तरफ से कमला हैरिस मैदान में हैं। जो बाइडन के चुनावी मैदान से हटने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। दरअसल, भारतवंशी हैरिस ने राष्ट्रीय स्तर पर और कई प्रमुख चुनावी राज्यों में बढ़त हासिल कर ली है।
59 साल की हैरिस न केवल धन जुटाने की होड़ में है, बल्कि रैलियों में रिकॉर्ड भीड़ भी जमा कर रही हैं। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में चंदा जुटाने वालों से कहा कि हम चुनाव जीतेंगे। बता दें, इस दौरान हैरिस ने 1.2 करोड़ डॉलर की धनराशि जुटाई, जिसमें कई भारतीय अमेरिकियों सहित करीब 700 दानकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बने एक महीने से भी कम समय हुआ है। जब से निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने चुनावी दौड़ से हटने का फैसला लिया, तब से हैरिस ने ट्रंप की बढ़त को लगभग खत्म कर दिया है।
सभी प्रमुख राष्ट्रीय और राज्य चुनावों पर नजर रखने वाले रियल क्लियर पॉलिटिक्स के अनुसार, हैरिस अब सभी राष्ट्रीय चुनावों में ट्रंप से औसतन 0.5 प्रतिशत अंक आगे हैं। हैरिस विस्कॉन्सिन और मिशिगन के दो युद्धक्षेत्र राज्यों में भी आगे निकल गई हैं, जहां बाइडन पहले पीछे चल रहे थे। द न्यूयॉर्क टाइम्स के नवीनतम सर्वेक्षण में कहा गया है कि हैरिस पेंसिल्वेनिया, विस्कॉन्सिन और मिशिगन में चार प्रतिशत अंकों से आगे चल रही हैं।
सभी प्रमुख राष्ट्रीय और राज्य चुनावों पर नजर रखने वाले रियल क्लियर पॉलिटिक्स के अनुसार, हैरिस अब सभी राष्ट्रीय चुनावों में ट्रंप से औसतन 0.5 प्रतिशत अंक आगे हैं। हैरिस विस्कॉन्सिन और मिशिगन के दो युद्धक्षेत्र राज्यों में भी आगे निकल गई हैं, जहां बाइडन पहले पीछे चल रहे थे। द न्यूयॉर्क टाइम्स के नवीनतम सर्वेक्षण में कहा गया है कि हैरिस पेंसिल्वेनिया, विस्कॉन्सिन और मिशिगन में चार प्रतिशत अंकों से आगे चल रही हैं।
हैरिस ने दानकर्ताओं से कहा कि वह कोई खतरा मोल नहीं ले रही हैं। भीड़भाड़ रैली में उत्साह के साथ उन्होंने कहा कि वह सच में किसी भी पोल पर विश्वास नहीं करती हैं। चाहे उनकी बढ़त हो या नहीं, उन्हें पोल पर विश्वास नहीं है। फिर भी, हम जो जानते हैं वह यह है कि दांव बहुत ऊंचे हैं। हम इस समय किसी भी चीज को हल्के में नहीं ले सकते।
उन्होंने आगे कहा कि यह वाकई बहुत बढ़िया दो सप्ताह रहे हैं, लेकिन हमें अभी बहुत काम करना है। लोग अपनी शक्ति का उपयोग करने के लिए तैयार हैं। देश भर में ऊर्जा अविश्वसनीय है। उपराष्ट्रपति ने तर्क दिया, 'प्रेस और हमारे विरोधी हमारी भीड़ के आकार पर ध्यान केंद्रित करना पसंद करते हैं और हां लोगों की संख्या बड़ी है। मगर, इससे भी बेहतर तथ्य यह है कि उपस्थित लोग हजारों में स्वयंसेवक पारियों के लिए हस्ताक्षर कर रहे हैं।
एक दिन पहले, हैरिस और उनके साथी मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज ने 12,000 से अधिक लोगों को संबोधित किया था। यह रैली आधुनिक नेवादा राजनीतिक इतिहास में सबसे बड़ी राजनीतिक रैलियों में से एक रही।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2
What's Your Reaction?