कंझावला में हुई घटना के समय युवती के साथ थी उसकी एक सहेली, पूछताछ के लिए बुलाया गया
राष्ट्रीय राजधानी के कंझावला में रविवार को हुई घटना की जांच में पता चला है कि पीड़ित युवती अकेली नहीं थी बल्कि उसकी एक सहेली उसके साथ थी, जो डर के कारण मौके से भाग गई थी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
नयी दिल्ली, 3 जनवरी 2023, (आरएनआई)। राष्ट्रीय राजधानी के कंझावला में रविवार को हुई घटना की जांच में पता चला है कि पीड़ित युवती अकेली नहीं थी बल्कि उसकी एक सहेली उसके साथ थी, जो डर के कारण मौके से भाग गई थी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि युवती की सहेली को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।
पुलिस के अनुसार, कंझावला में 20 वर्षीय युवती की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और युवती को सुल्तानपुरी से कंझावाला तक करीब 12 किलोमीटर घसीटते हुई ले गई। रविवार को हुए हादसे में युवती की मौत हो गई थी।
पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में युवती नव वर्ष की एक पार्टी में शामिल होने के बाद, देर रात करीब पौने दो बजे एक होटल से निकलती नजर आ रही है। वह गुलाबी रंग की और उसकी सहेली लाल रंग की टी-शर्ट पहने थी। शुरु में उसकी सहेली स्कूटी चला रही थी और युवती पीछे बैठी थी।
पुलिस के अनुसार, फुटेज में बाद में युवती स्कूटी चलाती और उसकी सहेली पीछे बैठी नजर आ रही है। पुलिस ने बताया कि उसकी सहेली को मामूली चोटें आई थीं और वह घटना के बाद मौके से भाग गई, जबकि युवती कार के नीचे फंस गई जो उसे घसीटते ले गई।
पुलिस के अनुसार, कार उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गई और बाद में कंझावला में सड़क पर उसका निर्वस्त्र शव बरामद हुआ। युवती अपने परिवार में अकेली कमाने वाली थी।
पुलिस ने बताया कि जांच दल आरोपियों को मौके पर ले जाकर घटनाक्रम को दोहराने की कोशिश कर सकता है ताकि तमाम कड़ियां जुड़ सकें।
कार में कथित तौर पर सवार पांच लोगों के खिलाफ सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर जांच में ढुलमुल रवैया अपनाने के आरोप लग रहे हैं।
चिकित्सकीय बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया है, जिसकी रिपोर्ट में ही पता चलेगा कि युवती के साथ बलात्कार हुआ या नहीं।
इस घटना को लेकर आक्रोश बढ़ने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली पुलिस से मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उससे जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है।
मामले में गिरफ्तार सभी पांच आरोपियों को अदालत ने सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। प्रथम दृष्टया संदेह है कि आरोपी घटना के समय नशे में थे।
सूत्रों ने बताया कि उनके रक्त के नमूने चिकित्सकीय जांच के लिए भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि वे घटना के समय नशे में थे या नहीं।
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