एनसीपी के साथ दिवाली समारोह भी बंटा, पहली बार चाचा-भतीजे ने किया अलग-अलग कार्यक्रम
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो गुटों में बंटने का असर परिवार के दिवाली समारोह पर भी दिखाई दिया। पहली बार डिप्टी सीएम अजित पवार और शरद पवार ने अलग-अलग दिवाली समारोह आयोजित किया।
पुणे (आरएनआई) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन का असर अब पवार परिवार के दिवाली समारोह पर भी दिखाई दिया। पहली बार शरद पवार और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अलग-अलग दिवाली समारोह आयोजित किया। अजित पवार अपने गृह गांव काटेवाड़ी में दिवाली का जश्न मनाएंगे, जबकि शरद पवार ने गोविंदबाग निवास पर दिवाली समारोह का आयोजन किया। इससे पहले, उप-मुख्यमंत्री अपने चाचा शरद पवार के दिवाली समारोह में शामिल होते थे।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि वह शनिवार शाम 6:30 बजे बारामती में अपने पैतृक गांव काटेवाड़ी में दिवाली पड़वा उत्सव का आयोजन करेंगे, जहां वह निवासियों और एनसीपी पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार ने दिवाली के जश्न का कार्यक्रम अपने गोविंदबाग आवास पर रखा है। जहां परिवार के सदस्य, पार्टी पदाधिकारी के अलावा विपक्षी दिग्गजों के दोस्त भी एकत्र होंगे।
पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार, पिछले साल जुलाई में एनसीपी के विभाजन से पहले, अजित पवार गोविंदबाग में कार्यक्रम में शामिल होते थे। उन्होंने कहा, 'चूंकि राज्य भर से लोग पवार साहब को बधाई देने आते हैं, हम इस खुशी के दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं।'
इस मुद्दे पर बोलते हुए, शरद पवार की बेटी और बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्हें डिप्टी सीएम द्वारा आयोजित कार्यक्रम के बारे में जानकारी नहीं थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि गोविंदबाग में आयोजित समारोह का हर किसी को इंतजार रहता है।
इस वर्ष महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिवाली समारोह महत्वपूर्ण है, जिसमें बारामती में अजित पवार और उनके भतीजे व एनसीपी (सपा) उम्मीदवार युगेंद्र पवार के बीच हाई वोल्टेज मुकाबला देखने को मिलेगा। इससे पहले, लोकसभा चुनाव में परिवार के बीच मुकाबला हो चुका है। पार्टी विभाजन के बाद अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले के साथ रोचक मुकाबला देखा गया था।
पिछले साल अजित पवार आठ विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे, जिसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) टूट गई। बाद में, चुनाव आयोग ने डिप्टी सीएम अजित गुट को असली एनसीपी के रूप में मान्यता दी और चुनाव चिह्न 'घड़ी' दिया, जबकि शरद पवार गुट को एनसीपी (एसपी) नाम दिया। इस पार्टी का चुनाव चिह्न 'तुतारी उड़ाता आदमी' है।
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