एक्सीडेंट मान कर की जा रही लोकेंद्र की मौत की जांच से मराठा समाज नाराज, कहा हालात बता रहे हत्या हुई
गुना। लोकेंद्र शिर्के की मौत के मामले में फिलहाल जांच जिस ट्रेक पर है उससे निष्पक्ष जांच और न्याय की उम्मीद धूमिल हो रही है। यह आशंका जाहिर करते हुए आज फिर से मराठा समाज ने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा है। समाज का कहना है कि यह विषय इसलिए गंभीर है कि साक्ष्यों से हत्या प्रतीत होने वाले इस केस को पुलिस सिर्फ दुर्घटना के एंगल से देख रही है, जिससे जांच पर संदेह पैदा हो रहा है।
ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम चीम रामपुर निवासी युवक लोकेंद्र शिर्के पुत्र लक्ष्मण शिर्के 10 जून को अपनी पिकअप जीप से घर से निकला था। अगले दिन 11 जून 2023 को केंट थाना अंतर्गत ग्राम पुरापोसर के पास उसकी डेड बॉडी उसी की मालभाड़ा पिकअप जीप में दबी मिली थी। मृतक का शव अर्धनग्न अवस्था में था। उसके शरीर पर एसिड से जलने पर फफोले थे। मौके पर महिला की चप्पल आदि साक्ष्य मिले। ये सारे साक्ष्य मृतक की हत्या की संभावना को बल देते हैं। यह भी प्रतीत होता है कि हत्या के बाद उसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई।
अध्यक्ष राजेश जाधव ने बताया कि मृतक के परिजनों और समाज का कहना है कि केंट थाना पुलिस इस केस को पहले ही दिन से दुर्घटना बताने पर आमादा है। पुलिस की अभी की कहानी के अनुसार मृतक घटना वाले दिन अपने गांव से एक अनाड़ी ड्राइवर को साथ लेकर अपने वाहन से गर्लफ्रेंड से मिलने गुना आया था। उसने ड्राइवर को अपना वाहन चलाने दे दिया और खुद लड़की के साथ पीछे जीप में बैठ गया। तभी गाड़ी पलट गई और उसमें दबने से मृतक की मौत हो गई। इस घटना से डरकर लड़की और ड्राइवर मौके से भाग गए।
पुलिस की इस कहानी में कई प्रश्न है जो घटना स्थल की परिस्थितियों और मौके के फोटोग्राफ देखकर खड़े हो रहे हैं और इस कहानी की विश्वसनीयता पर संदेह उत्पन्न करते हैं। यदि गाड़ी पलटी तो अकेला मृतक उसके नीचे कैसे दब गया और उसे ही घातक चोटें क्यों आईं। जबकि इस कहानी के मुताबिक उसकी कथित गर्लफ्रेंड भी उसी के साथ पीछे बैठी थी और ड्राइवर गाड़ी चला रहा था तो इन दोनों में से किसी को भी कथित दुर्घटना से आने वाली घातक चोटें क्यों नही हैं।
गाड़ी सिर्फ एक पलटी खाई है और गाड़ी की बॉडी इतनी ऊंची है कि सामान्य अनुक्रम में साइड में गाड़ी पलटने पर उसमें पीछे बैठा व्यक्ति दूर जाकर गिरता, न कि वह ड्राइवर केबिन के पास ही पहले औंधा गिरता फिर उसके ऊपर गाड़ी पलटती। फोटो से साफ है कि गाड़ी के पिछले हिस्से में साइड में कोई खिड़की नहीं है जिसमें से गाड़ी के पलटने की दशा में अंदर बैठा व्यक्ति पहले बाहर खुलक जाता या कूदता इतने में उस पर गाड़ी पलट जाती और वह उसकी चपेट में आता।
फोटो में दिख रहा है कि मृतक की बॉडी पेट के बल जमीन पर पड़ी है एक पैर मुड़ा हुआ है। डेडबॉडी का करीब 70 फीसदी हिस्सा ड्राइवर केबिन के पास ही नीचे दबा हुआ था। दुर्घटना की स्थिति में उसका उस जगह दबना नामुमकिन है। यदि वह इस लोडिंग गाड़ी के बगल में ड्राइवर केबिन के पास ही बाहर भी लटका होता और उसी तरफ गाड़ी पलटती तब भी मृतक पीठ के बल गिरता और उस पर गाड़ी पलटती। जीप से बाहर कोई भी अर्धनग्न होकर नहीं लटकता।
पुलिस द्वारा दावा किया जा रहा है कि युवक और उसकी गर्लफ्रेंड दोनों जीप में पीछे साथ में बैठकर अंतरंग बातें कर रहे थे तो कथित दुर्घटना के बाद युवती रातों रात सकुशल गायब कैसे हो गई। वह भी मृतक की तरह क्यों नही दबी और उसे कोई चोट क्यों नही आई। उसने पुलिस को सूचना क्यों नही दी।
यदि जीप चलती हुई अवस्था में पलटती तो मृतक के शरीर को रगड़ते हुए जाती। जीप की बॉडी के बाहर लगे लोहे के कुंदे आदि से मृतक के शरीर की हालत और बिगड़ जाती। जमीन पर भी जीप के रगड़ने या घिसटने के निशान होते, जो मृतक के फोटोग्राफ्स में नहीं दिख रहे। यहां तक की जीप के कांच तक नहीं फूटे हैं। जिससे प्रतीत होता है कि मृतक को पहले औंधे मुंह पटका गया फिर उस पर जीप को खड़ी अवस्था में पलट दिया गया।
मृतक के शरीर पर एसिड से जलने के गंभीर निशान हैं। गुप्तांग भी जला है। इतना एसिड कहां से आया। यदि गाड़ी में एसिड रखा था तो उस एसिड से साथ में बैठी कथित गर्लफ्रेंड और ड्राइवर दोनों में से कोई भी क्यों नही जला। जीप का पेंट क्यों नहीं जला और घटनास्थल पर एसिड क्यों नहीं मिला।
ऐसे कई प्रश्न हैं जो पुलिस द्वारा बताई जा रही दुर्घटना की कहानी को संदिग्ध बनाते हैं। साथ ही घटना के बाद से जिस तरह मृतक के परिजनों को कतिपय लोगों द्वारा प्रभावित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उससे भी मृतक की मृत्यु दुर्घटना के स्थान पर हत्या किए जाने से प्रतीत हो रही है। हालांकि अब निष्पक्ष जांच किए जाने का दवाब बनने के बाद पुलिस का कहना है कि हम संदिग्धों के बयान पर विश्वास नहीं कर रहे, हर एंगल से जांच कर रहे हैं।
लेकिन जैसा कि परिस्थितियां बता रहीं हैं उससे लगता है कि इस केस की जिस स्तर से विवेचना होना चाहिए वह नहीं की जा रही। मराठा समाज ने मांग की है कि इस प्रकरण की बारीकी से विवेचना कराई जाए। कथित गर्लफ्रेंड और ड्राइवर से कड़ाई से पूछताछ की जाए, मोबाइल सीडीआर और लोकेशन आदि से वास्तविक दोषियों का पता लगाया जाए, विवेचना अत्यंत पारदर्शिता से कराई जाए ताकि न्याय मिल सके।
चर्चा है कि मृतक को साजिश के तहत बुलवा कर उसकी नृशंस हत्या की गई है और अपराध छुपाने के लिए उसकी डेडबॉडी को घटनास्थल पर पेट के बल पटक कर उसे दुर्घटना का रूप देने के लिए जीप को उसकी बॉडी पर पटक दिया गया है। इन चर्चाओं पर विराम लगाने और हकीकत उजागर करने के लिए पारदर्शी व असंदिग्ध विवेचना की दरकार है।
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