एकल कार्यालय पर मनाई गई भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती, सावित्री बाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका, नारीवादी और समाज सुधारक थीं: विकास जैन
गुना (आरएनआई) भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका, समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली कवयित्री क्रांतिज्योति सावित्री बाई फुले जी की जन्म जयंती पर उन्हें शत शत नमन। भारत की महिला शिक्षा की प्रसिद्ध अग्रदूतों में से एक, “क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले” की जयंती है, जो भारत की पहली महिला शिक्षिका, नारीवादी और समाज सुधारक थीं. उनका जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नायगांव नामक गांव में हुआ था. हर साल, इस दिन सावित्रीबाई फुले जयंती मनाई जाती है, ताकि महिलाओं के अधिकारों और शिक्षा में सुधार के साथ-साथ लोगों द्वारा उनकी जाति और लिंग के आधार पर सामना किए जाने वाले भेदभाव को खत्म करने की दिशा में उनकी उपलब्धियों और महत्वपूर्ण योगदान को पहचाना जा सके: उक्त बात एकल वन यात्रा प्रभारी विकास जैन ने जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
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