उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में चार दिन बारिश का अनुमान
पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। 29 मार्च को एक जाता पश्चिम विक्षोभ की स्थिति बन रही है जिसके पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है।
नई दिल्ली (आरएनआई) पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में 31 मार्च तक गरज के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश की संभावना है। 29 और 30 मार्च को इसमें तेजी देखी जाएगी। पूर्वोत्तर भारत में 30 मार्च से 1 अप्रैल के बीच आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है।
भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हल्की वर्षा और बर्फबारी हुई। इस दौरान पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में कई स्थानों पर हल्की से मध्य वर्षा और बर्फबारी दर्ज की गई। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा के तटीय इलाकों और उप हिमालयी क्षेत्रों, छत्तीसगढ़, पूर्वोत्तर के राज्यों और उत्तरी कर्नाटक, केरल और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भी कहीं हल्की तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश रिकॉर्ड की गई।
पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। 29 मार्च को एक जाता पश्चिम विक्षोभ की स्थिति बन रही है जिसके पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। इसके चलते, हिमालयी क्षेत्रों के अलावा 27 से 31 मार्च तक पंजाब, हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होगी। 29 और 30 मार्च को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान और 29-31 मार्च तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ बारिश होने की संभावना भी है।
कुल्लू जिले में बुधवार शाम को मौसम ने करवट ली। रोहतांग के साथ ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिरे। जबकि दिन के समय मौसम साफ रहा। सोलंगनाला से लेकर लाहौल के सिस्सू, अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल में सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ीं।
मौसम के बदले मिजाज के बीच बुधवार को कश्मीर के पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। जम्मू में बादल छाए रहे, लेकिन बारिश का इंतजार रहा। प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में दिन का पारा सामान्य से 5 से 8 डिग्री ऊपर चल रहा है। हालांकि कश्मीर में रात में अभी ठंडक कायम है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 9.5, पहलगाम में 4.7, गुलमर्ग में 3.0 और लेह में 0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू में दिन का पारा सामान्य से थोड़ा चढ़कर 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार 31 मार्च तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। 30 मार्च को कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित सभी क्षेत्रों में यलो अलर्ट के बीच धूप खिली। मौसम में आए बदलाव के चलते न्यूनतम तापमान भी 17 डिग्री को पार कर गया है। प्रदेश के मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में रात का पारा चढ़ने से सुबह और शाम के समय भी मौसम में ठंडक कम हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी को लेकर बृहस्पतिवार के लिए यलो और 29 व 30 मार्च के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 29 व 30 मार्च के लिए कई स्थानों पर भारी बारिश, अंधड़ चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 28 और 31 मार्च के लिए कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने का येलो अलर्ट है।
हिमाचल प्रदेश में एक से 27 मार्च तक सामान्य से 6 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हुई है। चंबा में सामान्य से 17 फीसदी, कांगड़ा में 18, ऊना में 5, किन्नौर में 9 और सोलन में 12 फीसदी कम बादल बरसे। बिलासपुर में सामान्य से 21, हमीरपुर में एक, कुल्लू में 42, लाहौल-स्पीति में 3, मंडी में 34, शिमला में 31 और सिरमौर में 116 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हुई।
पहाड़ों पर जहां बारिश और बर्फबारी हो रही है, वहीं राजस्थान, गुजरात और कर्नाटक के कई इलाकों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया है। बुधवार को गुजरात के भुज में 41.6 डिग्री, राजकोट में 41.1 डिग्री, अकोला में 41.5 डिग्री और वाशिम में 41.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। यह सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिकतम तापमान है। आईएमडी ने उत्तर कर्नाटक के अंदरूनी भागों में 29 मार्च तक, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में 28 मार्च तक लू जैसी स्थिति बनने की संभावना जताई है। इन इलाकों में रात के समय अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री तक ऊपर रह सकता है।
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