उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने तिलहन मेला व प्रदर्शनी का किया शुभारम्भ
हरदोई (आरएनआई) जिले में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजनान्तर्गत पारम्पारिक विराट किसान मेला एवं प्रदर्शनी एवं नेशनल मिशन ऑन एडबिल आयल ( ऑयल सीड्स ) योजना रबी वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत तिलहन मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन 06 अक्टूबर 2024 को सम्भागीय कृषि परीक्षण एवं प्रदर्शन केन्द्र में किया गया। श्रीमती रजनी तिवारी, राज्य मंत्री, उच्च शिक्षा उ0प्र0 सरकार द्वारा तिलहन मेले एवं प्रदर्शनी का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन कर किया गया तथा कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों का अवलोकन मंत्री एवं किसानों द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने किसान भाईयों का देश की अर्थव्यवस्था एवं खुशहाली में योगदान के लिए आभार प्रकट किया गया। प्रदेश सरकार द्वारा कृषि मेले का आयोजन कृषि विभाग एवं अन्य विभागों द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी आमजन को देने के लिए आयोजित किये जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा कृषकों को उच्च गुणवत्तायुक्त फसलों के बीज निशुल्क मिनीकिट्स एवं अनुदान के माध्यम से उपलब्ध कराये जा रहे है तथा सरकार द्वारा सभी योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से किसानों को दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत किसानों के खाते प्रतिवर्ष छः हजार रूपये सीधे खाते में भेजने का काम किया है, जिसमें से दिनांक 05 अक्टूबर 2024 को प्रधानमंत्री द्वारा 18वी किस्त हरदोई के 6 लाख 50 हजार किसानों के खाते में 2000 रूपये किस्त भेजी गयी। प्रदेश सरकार द्वारा उन्नत कृषि तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए 80 प्रतिशत एवं 50 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराये जा रहे है तथा सिंचाई की लागत में कमी करने के लिए पी०एम० कुसुम (सोलर पम्प) योजना के अन्तर्गत 60 प्रतिशत अनुदान पर सोलर पम्प भी उपलब्ध कराये जा रहे है। उक्त अवसर पर मा0 मंत्री जी द्वारा कृषक राजीव मिश्रा एवं गंगाधर को सोलर पम्प का चयन पत्र, एग्रीजंक्शन योजना में अखिलेश एवं सत्यपाल को स्वीकृत पत्र दिया गया। निःशुल्क राई / सरसों बीज मिनीकिट वितरण योजना में सुरेश, बटेश्वर, राधेश्याम, कृष्णपाल, सन्तराम एवं कृषक मधुदेवी, लक्ष्मी, प्रभा कुमारी, देवेश, राजेन्द्र एवं मुनेश्वर को सरसों मिनीकिट का वितरण किया गया। इसके अतिरिक्त कृषक सोली, खुशबू, मालती, स्वाती, रामरती, नन्ही, सुमन, शशीबाला, सुषमा, सुशीला, अनीता, एवं पूनम को श्रीअन्न (मिलेट्स) प्रिन्टेड बैग वितरित किये गये। डा० नन्द किशोर, उप कृषि निदेशक ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फसल अवशेष प्रन्धन हेतु अनुदान पर वितरित कृषि यंत्रो की योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती के साथ-साथ तिलहनी फसलों की उन्नत किस्मों, खेती की तकनीकी और नवीनतम शोध के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि तिलहनी फसलों की खेती से आय में वृद्धि होती है। उन्होने किसान भाईयों से अपील की कि "पराली दो, खाद लो” योजनान्तर्गत वह अपने खेत में फसल अवशेष
( पराली) न जलाये और पराली को अपने नजदीकी गौशालाओं में दान कर गोबर की खाद प्राप्त करे। उन्होने बताया कि श्री अन्न की फसलों की खेती मृदा एवं मानव के स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम है । इसकी खेती में सिंचाई एवं उवर्रक की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। उन्होने किसान भाइयों को दलहनी, तिलहनी एवं धान फसलों से सम्बन्धित कीट एवं रोग नियंत्रण एवं आगामी रबी सीजन में उगाई जाने वाली फसलों के लिए खेत की तैयारी के सम्बन्ध में भी चर्चा की गयी। उन्होने कृषकों से अनुरोध किया कि फसलों को लाइन से बुवाई करे। डा० त्रिलोकी नाथ राय, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, सण्डीला द्वारा किसानों को फसल सुरक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रभात कुमार, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-ए द्वारा किसान भाइयों को मृदा स्वास्थ्य के विषय में चर्चा करते हुए मृदा परीक्षण की सलाह दी। डा० आर०डी० तिवारी, वैज्ञानिक गन्ना शोध संस्थान, शाहजहाँपुर ने गन्ना की उन्नतशील खेती के बारे में बताया गया। विनीत कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, हरदोई ने किसान भाइयों को समन्वित कीट एवं रोग नियंत्रण और जैविक विधि से कीट और रोग नियंत्रण की जानकारी दी। कमलेश कुमार, जिला विकास अधिकारी, हरदोई ने ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान की। फिरंगी बैकर्स हरदोई एवं पूर्णिमा सिंह, प्रधानाचार्य उच्च प्राथमिक विद्यालय मुजाहिदपुर विकास खण्ड बावन द्वारा श्रीअन्न द्वारा तैयार किये गये विभिन्न उत्पादों का स्टाल / प्रदर्शनी लगायी। कार्यक्रम में भूमि संरक्षण अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, कार्यकारी अधिकारी मत्स्य, समन्वयक फसल बीमा, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक एवं विभिन्न विभाग से अधिकारियों/कर्मचारियों तथा विभिन्न ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान, अन्य पदाधिकारी व भारी संख्या कृषक उपस्थित रहे।
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