ईदगाह मैदान पर गणेश चतुर्थी मनाने को लेकर विवाद
पिछले साल भगवान गणेश की मूर्ति को ईदगाह मैदान में स्थापित करने को लेकर काफी विवाद हुआ था। मामला इतना बढ़ गया था कि सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। वहीं, इस साल भी ईदगाह मैदान में उत्सव मनाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया है।
बंगलूरू। (आरएनआई) गणेश चतुर्थी को कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में मूर्ति की स्थापना को लेकर पिछले साल की तरह ही इस बार भी विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, हिंदू कार्यकर्ताओं ने हुबली के ईदगाह मैदान में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करने के लिए स्थानीय निकाय और जिला प्रशासन से संपर्क किया है। साथ ही विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वहीं, अंजुमन-ए-इस्लाम ने कर्नाटक हाईकोर्ट में ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी समारोह पर रोक लगाने की मांग को लेकर एक याचिका दायर की थी, जिसे आज खारिज कर दिया गया।
पिछले साल भगवान गणेश की मूर्ति को ईदगाह मैदान में स्थापित करने को लेकर काफी विवाद हुआ था। मामला इतना बढ़ गया था कि सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। हालांकि, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने हुबली-धारवाड़ के ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी अनुष्ठान की अनुमति को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद ही यहां पर गणेश चतुर्थी मनाई गई थी।
इस साल भी अंजुमन-ए-इस्लाम की ओर से ईदगाह मैदान में गणपति उत्सव समारोह नहीं मनाने के लिए याचिका हाईकोर्ट में दायर की गई थी। लेकिन अदालत ने इसे शुक्रवार को खारिज कर दिया। वहीं, दूसरी ओर हिंदू कार्यकर्ता स्थानीय निकाय के पास पहुंचे हैं। उन्होंने मांग की है कि गणेश मूर्ति को ईदगाह मैदान पर स्थापित करने की अनुमति दी जाए। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक इसपर कुछ प्रतिक्रिया नहीं दी है।
नगर निगम कार्यालय के सामने हिंदू कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। कार्यकर्ता भजन गाकर धरना दे रहे हैं। उन्होंने मांग की है पिछले साल की तरह इस बार गणेश चतुर्थी उत्सव मनाने की अनुमति दी जाए। वहीं, भाजपा विधायक अरविंद बेलाड ने अनुमति नहीं मिलने पर भी मूर्ति स्थापित करने की धमकी दी है।
हुबली-धारवाड़ पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बेलाड ने कहा कि आयुक्त ने हमें अनुमति नहीं दी है। हम कमिश्नर पर दबाव बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार हमारी भावनाओं को समझे। बेलाड ने कहा कि जब तक वे अनुमति नहीं देंगे, हमारा आंदोलन नहीं रुकेगा। हम अपना विरोध जारी रखेंगे।
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या ईदगाह मैदान पर उत्सव मनाने की इजाजत नहीं दी है। इस पर खरगे ने कहा कि किसने कहा कि हमने इनकार कर दिया है। इनकार तब होता है जब आप कुछ मांगते हैं और वह आपको नहीं दिया जाता है। उन्होंने पूछा कहा कि क्या आपको इसे लिखित रूप में दिया गया है। क्या आप मुझे कोई दस्तावेज दिखा सकते हैं? उन्होंने कहा कि फिलहाल हमने किसी बात से इनकार नहीं किया है।
कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि हमने गणेश प्रतिमाएं स्थापित करने की अनुमति देने का मामला स्थानीय अधिकारियों पर छोड़ दिया है।
What's Your Reaction?