ईडी का वाराणसी में चार जगह छापा, राजद के पूर्व मंत्री आलोक मेहता से जुड़ा है कनेक्शन
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने वाराणसी में चार स्थानों पर छापेमारी की। बैंक निदेशक के बुद्धा हाइट्स अपार्टमेंट के फ्लैट में सुबह से रात तक छापेमारी चली। परिजनों के मोबाइल फोन बंद करा कर जब्त कर लिए गए और सबको फ्लैट के एक कमरे में बैठा दिया गया।
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वाराणसी (आरएनआई) बिहार के वैशाली शहरी विकास कोऑपरेटिव बैंक घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को वाराणसी में चार जगह छापे मारे। आशापुर स्थित बैंक निदेशक के बुद्धा हाइट्स अपार्टमेंट के फ्लैट को खंगाला गया।
फ्लैट से नकदी बरामद हुई है। ईडी ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ ही अहम दस्तावेज भी जब्त किए। निदेशक के परिजनों से पूछताछ की गई है। यह कार्रवाई देर रात तक चलती रही।
पटना निवासी बैंक के निदेशक आशापुर में बुद्धा हाइट्स के फ्लैट में रहते हैं। शुक्रवार की अलसुबह बिहार पुलिस के साथ ईडी की आठ सदस्यीय टीम फ्लैट पर पहुंची। अपार्टमेंट के गार्ड से फ्लैट की जानकारी ली, फिर छानबीन शुरू कर दी। परिजनों ने विरोध जताया तो बिहार पुलिस ने परिचय बताया और जांच में सहयोग करने की हिदायत दी। परिजनों के मोबाइल फोन बंद करा कर जब्त कर लिए गए और सबको फ्लैट के एक कमरे में बैठा दिया गया।
ईडी ने बैंक निदेशक के खातों का विवरण देखा। साथ ही बैंक से संबंधित दस्तावेजों की जांच की और उसे कब्जे में ले लिया। जांच के दौरान फ्लैट में किसी को प्रवेश नहीं करने दिया गया। छापा मारने वाली टीम के मुताबिक, ग्रामीण बैंक की शाखाएं गांव में हैं, जहां पर छोटी-छोटी धनराशि की जमा और निकासी होती है, लेकिन इस मामले में कई बार बड़ी-बड़ी धनराशि का ट्रांजेक्शन किया गया।
ईडी ने स्पष्ट किया कि यह जांच बिहार के वैशाली शहरी विकास सहकारिता बैंक में 85 करोड़ से ज्यादा घोटाले को लेकर की जा रही है। राजद के पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता के पिता तुलसीदास ने 35 साल पहले बैंक की स्थापना की थी। 1995 से 2005 तक आलोक मेहता बैंक के चेयरमैन रहे। बैंक का प्रबंधन आलोक मेहता और उनके परिजनों के नियंत्रण में रहा।
माना जा रहा है कि अवैध धन निकासी की गई और जमा कराए गए। फर्जी लोन और फर्जी निकासी समेत अन्य कई गड़बड़ियों में आलोक मेहता और उनके सगे संबंधियों के नाम हैं। आलोक मेहता के भतीजे संजीव मेहता बैंक का संचालन करते हैं। मामले में वैशाली जिले के नगर थाना में दो केस दर्ज हैं। इसके बाद से बैंक के सीईओ और मैनेजर की तलाश हो रही है।
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