आश्रय गृह से पांच उज्बेक महिलाएं लापता, डीसीडब्ल्यू ने दिल्ली पुलिस के अधिकारी को किया तलब
भारत में कथित तौर पर तस्करी कर लाने के बाद यौन उत्पीड़न का शिकार हुईं उज्बेकिस्तान की सात महिलाओं में से पांच के यहां एक निजी आश्रय गृह से लापता हो जाने के बाद दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया है।
नयी दिल्ली, 2 नवंबर 2022, (आरएनआई)। भारत में कथित तौर पर तस्करी कर लाने के बाद यौन उत्पीड़न का शिकार हुईं उज्बेकिस्तान की सात महिलाओं में से पांच के यहां एक निजी आश्रय गृह से लापता हो जाने के बाद दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया है।
डीसीडब्ल्यू ने पुलिस उपायुक्त, नई दिल्ली, को तलब कर उनसे इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
डीसीडब्ल्यू ने कहा कि सात महिलाओं ने आरोप लगाया था कि उन्हें उज्बेकिस्तान से तस्करी कर लाया गया था और वेश्यावृत्ति के लिये मजबूर किया गया।
आयोग ने कहा कि महिलाएं किसी तरह तस्करों के चंगुल से बच निकलीं और इस साल 28 अगस्त को चाणक्यपुरी पुलिस थाने में उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई।
पुलिस ने कहा कि यह महिलाएं 18 से 25 साल के आयुवर्ग की थीं और मामले में जांच जारी है।
आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने निजी आश्रय गृह को भी नोटिस जारी किया है, “जिससे यह जाना जा सके कि किन परिस्थितियों में यह महिलाएं आश्रय गृह से लापता हुईं।”
अधिकारियों ने कहा कि यह मामला तब सामने आया जब आयोग को सात उज्बेक महिलाओं से एक अंतरराष्ट्रीय तस्करी और वेश्यावृत्ति गिरोह के बारे में शिकायत मिली। महिलाओं का कहना था कि उनमें से कुछ को नेपाल के रास्ते और कुछ को सीधे पर्यटक और चिकित्सा वीजा पर भारत लाया गया था। महिलाओं का आरोप है कि तस्करों ने उनके पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज अपने पास रख लिये थे।
आयोग ने कहा कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि लड़कियों ने 10 लोगों को नाम लिया था और उनमें से सात को गिरफ्तार किया जाना अब भी बाकी है।
आयोग ने दावा किया, “इन महिलाओं को अपने देश वापस जाने के लिये दस्तावेजों की जरूरत थी लेकिन दिल्ली पुलिस उनकी व्यवस्था नहीं करा सकी। इतना ही नहीं, महिलाओं को आश्रय गृह भेजा गया जहां वह तबसे रह रही थीं।”
उसने कहा, “अब आयोग को पता चला है कि पांच महिलाएं कुछ दिनों से आश्रय गृह से लापता हैं।”
आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी, नई दिल्ली को समन जारी कर मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
उसने प्राथमिकी की प्रति के साथ लापता लड़कियों का पता लगाने और उन्हें बरामद करने के लिए पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों का विवरण भी मांगा है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि प्राथमिकी में नामित 10 आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि दो के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।
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